भोरंज (हमीरपुर). राजकीय महाविद्यालय थुरल में एनएसएस के सात दिवसीय आवासीय शिविर के पांचवें दिवस पर भोरंज महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. मनोज डोगरा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. थुरल इकाई के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. विकास राणा और स्वयंसेवकों की ओर से उनका स्वागत किया गया.
उन्होंने स्वयंसेवकों को एनएसएस के प्रतीक चिन्ह के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि यह प्रतीक कोणार्क के सूर्य मंदिर के पहिये से लिया गया है, जिसकी आठ तीलियां स्वयंसेवको को आठों पहर गतिमान रहने की प्रेरणा देती है.
स्वयंसेवकों को नैतिक मूल्यों और कर्तव्यों के बारे में अवगत करवाते हुए कहा कि नैतिक मूल्य ही हमारी विशिष्ट पहचान हैं. हमें देश और समाज की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहना चहिए. एनएसएस युवाओं के लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिसके माध्यम से उनका सर्वांगीण विकास संभव है.
गणतंत्र दिवस के दिन देश की सेना के साथ-साथ एनएसएस के स्वयंसेवकों को परेड में हिस्सा लेने का मौका मिलता है. कार्यक्रम के समापन पर थुरल इकाई के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. विकास राणा की ओर से डॉ मनोज डोगरा को सम्मानित किया गया.