हमीरपुर. महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत निर्माण कार्य में लगे अधिकांश पंचायतों के मजदूरों को पिछले चार महीने से मजदूरी नहीं मिली है. जिससे हमीरपर के इन गरीब मजदूर परिवारों को खाने के लाले पड़ गए हैं.
मजदूर प्राइवेट ठेकेदार के पास जाने लगे
कश्मीर लहड़ा सरेड़ी बढेडा सनाही मालग गोईस हरेटा पन्याली खास गलोड़ सहित कई पंचायतों में मनरेगा मजदूरों को 4 महीने से मजदूरी का पैसा नहीं मिला है. मनरेगा नियमों में यह प्रावधान है कि मजदूरों की मजदूरी 15 दिनों के अंदर उनके बैंक खातों में सीधी पहुंच जानी चाहिए. इसके साथ ही निर्माण सामग्री का भुगतान भी एक साल से नहीं दिया गया है. पैसा नहीं मिलने के कारण मजदूर दूसरे प्राइवेट ठेकेदारों के पास जा रहे हैं. जिससे मनरेगा का काम रुका हुआ है.
क्या कहते हैं अधिकारी
विकास खंड अधिकारी चन्द्र वीर ने बताया कि मजदूरी का पैसा 15 दिन के अंदर मजदूर के खाते में डाल दिया जाता है. यदि पैसा रुका है तो इसकी जांच की जाएगी. वहीं निर्माण सामग्री के पैसों के भुगतान के लिए उन्होंने केंद्र सरकार से पैसा कम मिलने की वजह बताया है. उन्होंने कहा कि इस बारे में अपने उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया है. हमीरपुर उपायुक्त संदीप कदम ने कहा कि ब्लाकों में मनरेगा मजदूरी को लेकर शिकायतें आई है और इस बारे में जल्द ही बजट मुहैया करवाया जाएगा.