शिमला. आज वीरभद्र सिंह की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में आउटसोर्स कर्मियों के लिये कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने बजट सत्र 2017-18 में विधानसभा सदन में आउटसोर्स कर्मियों के लिए नीति तैयार करने की घोषणा के संदर्भ में यह निर्णय लिया गया है.
मंत्रिमंडल ने पंचायती राज विभाग में पंचायत सहायकों के 75 पद भरने के निर्णय के अलावा 31 मार्च, 2017 को अनुबंध आधार पर 3 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने वाले 533 पंचायत सचिवों को नियमित करने का निर्णय लिया गया. बैठक में 31 मार्च, 2017 को तीन साल का कार्यकाल पूरे करने वाले 179 पंचायत सहायकों के पद नाम परिवर्तित कर उन्हें अनुबंध के आधार पर पंचायत सचिव बनाने का भी निर्णय लिया गया.
सैनिकों की बेटियों को मिली सौगात
बैठक में युद्ध में शहीद हुए सैनिकों की बेटियों की वित्तीय सहायता 15000 रुपये से बढ़ाकर 50000 रुपये करने निर्णय लिया गया. साथ ही एक्शन या ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए सेना तथा अर्धसैनिक बलों में के आश्रितों की अनुग्रह राशि में भी वृद्धि करने का निर्णय लिया गया. सेना तथा अर्ध-सैनिक बलों में युद्ध में शहीद होने पर 20 लाख रुपये, घायल होने पर 5 लाख रुपये तथा 50 प्रतिशत या इससे अधिक रूप से विकलांग होने की स्थिति में 2.50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया.
मंत्रिमण्डल ने मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं को पूरा करते हुए पदों के सृजन सहित परवाणु केअंबोटा, बरोटीवाला, पावंटा साहिब के सतौन, गगरेट तथा भोरंज में नए ईटीओ सर्कल खोलने को स्वीकृति प्रदान की.
पेंशन भोगियों के लिये गये यह निर्णय
मंत्रिमण्डल ने राज्य सरकार के कर्मियों तथा पेंशन भोगियों को उनके विकल्प के अनुसार स्थाई चिकित्सा भत्ते को 1 जून, 2017 से 350 रुपये से बढ़ाकर 400रुपये प्रति माह करने को अपनी स्वीकृति प्रदान की. एक अनुमान के अनुसार प्रदेश में 51 हजार कर्मी तथा 29 हजार पेंशन भोगी हैं. इस निर्णय से राज्यकोष पर वार्षिक 4.80 करोड़ रुपये का भार पड़ेगा. पदों को भरने/सृजित करने के निर्णय मंत्रिमंडल ने कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती से जेबीटी के लिये निर्धारित 15 प्रतिशत पदोन्नति कोटे से टीजीटी (मेडिकल) के 348 रिक्त पद भरने की स्वीकृति प्रदान की.
इतने पदों को भरने की स्वीकृति दी
साथ ही बैठक में बिलासपुर जिला के बंदला स्थित हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में अध्यापन, तकनीकी तथा मिनिस्ट्रियल्र स्टॉफ के 125 पद सृजित करने व भरने को स्वीकृति दी. इसके अतिरिक्त, सोसायटी को अन्य आवश्यक पदों को आउटसोर्स आधार पर भरने की भी स्वीकृति प्रदान की गई. मंत्रिमण्डल ने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती से कनिष्ठ अभियंता (सिविल) के 57 पद तथा कनिष्ठ अभियंता (मैकेनिकल) के तीन पद भरने को भी स्वीकृति दी. स्वास्थ्य विभाग में डेंटल मैकेनिकस् के 50 पद भरने को भी स्वीकृति दी गई.
मत्स्य पालन विभाग को भी मिली स्वीकृति
मत्स्य पालन विभाग में अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती से विभिन्न श्रेणियों के 28 पद भरने की स्वीकृति भी प्रदान की गई. स्वास्थ्य सुरक्षा तथा विनियमन विभाग में अनुबंध आधार पर खाद्य् सुरक्षा अधिकारी के 10 पद सृजित करने की भी स्वीकृति प्रदान की गई. अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती कोटे से बाल विकास परियोजना अधिकारी के 4 पद भरने की भी स्वीकृति प्रदान की गई. सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग में कार्यकारी अभियंता (सिविल) में प्रतिनियुक्ति पर आरक्षित 2 पद सृजित करने को भी स्वीकृति प्रदान की.
बैठक में जिला ऊना के राजकीय डिग्री कॉलेज दौलतपुर चौक में कॉमर्स में सहायक प्रोफेसर के दो पद, अधीक्षक ग्रेड-2 का एक पद तथा वरिष्ठ सहायक का एक पद सृजित करने की स्वीकृति प्रदान की. मंत्रिमण्डल ने वन विभाग के वन्यप्राणी विंग में नियुक्ति के लिए पशु पालन विभाग के कैडर को समाहित करते हुए, पशु चिकित्सा अधिकारी के नौ पद तथा वैटनरी फार्मासिस्ट के नौ पद सृजित करने की स्वीकृति भी प्रदान की.बैठक में सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग में अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती के माध्यम से तहसील कल्याण अधिकारी के चार रिक्त पद भरने को भी स्वीकृति प्रदान की गई.
उद्योग विभाग में अनुबंध आधार पर प्रसार अधिकारी (उद्योग) के दो रिक्त पद भरने की भी स्वीकृति प्रदान की. नगर नियोजन विभाग में कम्प्यूटर ऑपरेटर का एक पद तथा कनिष्ठ कार्यालय सहायक के पांच पद भरने को भी स्वीकृति प्रदान की गई. मंत्रिमण्डल ने हिप्पा में अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती के माध्यम से आशुटंककों के दो पद भरने की भी स्वीकृति प्रदान की. बैठक में डॉ.वाई.एस.परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी (सोलन) में सहायक वैज्ञानिक/समानांतर (ऐन्टोमोलॉजी) के दो पद भरने की भी स्वीकृति प्रदान की गई. मंत्रिमण्डल ने कांगड़ा जिला के राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक कालेज तथा अस्पताल पपरोला के रोग-निदान, स्वस्थीवृता तथा पंचकर्मा सहित तीनों विभागों में रीडर के एक-एक पद को प्रोफैसर के पद पर स्तरोन्न्त करने को भी स्वीकृति प्रदान की.