हमीरपुर. सभी स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में नौ माह से लेकर पंद्रह वर्ष तक के बच्चों को खसरा-रूबेला इंजेक्शन लगाया जाएगा, इस अभियान की शुरूआत अगले सप्ताह से की जाएगी. यह जानकारी उपायुक्त मदन चौहान ने वीरवार को हमीर भवन में खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी. उन्होंने बताया कि खसरा रूबैला वैक्सीन के लगाने से बच्चों की शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी. इस टीकाकरण अभियान में सभी संबंधित विभागों की भागीदारी रहेगी. उपायुक्त ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि खसरा-रूबेला के बारे में अभिभावकों को भी अवगत करवाएं.
इस अवसर पर डॉक्टर नरेश भारद्वाज एमओएच ने बताया कि टीकाकरण अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को संयुक्त रुप से प्रशिक्षण दिया गया है. इस अभियान में शिक्षा विभाग और बाल विकास विभाग के साथ ही आवश्यक समन्वय स्थापित किया जाएगा ताकि सभी बच्चों को रूबेला खसरा का इंजेक्शन लगाया जा सके.
खसरा एक घातक बीमारी है. जिसकी वजह से हर वर्ष लाखों बच्चों की मौत होती है. भारत सरकार ने 1985 में मिजल वैक्सिन को टीकाकरण प्रोग्राम में शामिल किया था. अब 2010 में मिजल का दूसरा टीका शामिल किया गया जो कि 16 से 24 महीनें के बच्चों को लगाया जाता है. वहीं, अब खसरा रूबेला को टीकाकरण अभियान में शामिल किया गया है. इस अभियान के तहत हमीरपुर जिला में एक लाख 8 हजार बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा.