नई दिल्ली. किचन का अहम सामान प्याज (Onion) अब आम घरों के लिए और भी सस्ती हो गई है। केंद्र सरकार ने दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद में प्याज की सब्सिडाइज्ड बिक्री शुरू की है, जिसमें प्याज की कीमत केवल 24 रुपये प्रति किलो होगी। यह कदम घरों की थाली में प्याज सस्ते में पहुँचाने के लिए उठाया गया है।
मोबाइल वैन से मिलेगा प्याज
केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रल्हाद जोशी (Union Food Minister Pralhad Joshi) ने इस योजना के तहत मोबाइल वैन (Mobile Vans) का शुभारंभ किया। इन वैन के माध्यम से सरकारी बफर स्टॉक से लगभग 25 टन प्याज इन शहरों में बेचा जाएगा।
बिक्री का संचालन सहकारी संस्थाओं (Cooperative Agencies) जैसे नाफेड (NAFED), NCCF और केंद्रीय भंडार (Kendriya Bhandar) के जरिए किया जाएगा। जोशी ने बताया कि इस योजना के तहत प्याज केवल तब बेचा जाएगा जब रिटेल प्राइस 30 रुपये प्रति किलो से अधिक हो।
आगामी विस्तार:
शुक्रवार से चेन्नई, गुवाहाटी और कोलकाता में भी इस सब्सिडाइज्ड प्याज की बिक्री शुरू होगी और यह योजना दिसंबर तक जारी रहेगी।
बफर स्टॉक से आपूर्ति सुनिश्चित
सरकार के पास वर्तमान में 3 लाख टन प्याज का बफर स्टॉक है, जिसे Price Stabilisation Fund (PSF) योजना के तहत 2024-25 में औसतन 15 रुपये प्रति किलो की लागत से खरीदा गया था।
प्रल्हाद जोशी ने कहा कि इस बफर स्टॉक से प्याज की नियंत्रित रिलीज़ का मकसद कीमतों में स्थिरता बनाए रखना और खाद्य महंगाई पर नियंत्रण रखना है।
खाद्य महंगाई पर सरकार की नजर
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार का प्रमुख लक्ष्य खाद्य महंगाई (Food Inflation) को नियंत्रण में रखना है। उन्होंने कहा कि कीमत स्थिरीकरण (Price Stabilisation) उपायों के कारण हाल के महीनों में महंगाई दर में कमी आई है।
हालांकि, जुलाई 2025 में रिटेल इन्फ्लेशन 1.55% दर्ज की गई, जो पिछले आठ वर्षों में सबसे कम है।
उत्पादन और निर्यात की स्थिति
कंज्यूमर अफेयर्स सेक्रेटरी (Consumer Affairs Secretary) निधि खरे (Nidhi Khare) ने बताया कि देश में प्याज की कीमतें पिछले वर्षों की तुलना में स्थिर हैं। घरेलू उत्पादन 2024-25 में 30.77 मिलियन टन, जो पिछले साल की तुलना में 27% अधिक है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्यात पर कोई रोक नहीं है, जुलाई और अगस्त में प्रत्येक माह लगभग 1 लाख टन प्याज का निर्यात किया गया।
लागत की वसूली और उपभोक्ताओं को राहत
निधि खरे ने कहा कि 15 रुपये प्रति किलो लागत से खरीदे गए प्याज को 24 रुपये प्रति किलो में बेचने से लागत वसूली भी होगी और उपभोक्ताओं को सस्ता प्याज उपलब्ध होगा।
बफर स्टॉक का स्रोत:
महाराष्ट्र (Maharashtra)
गुजरात (Gujarat)
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)
विशेषकर रबी (Winter) सीजन का प्याज इस स्टॉक में शामिल है।
तकनीक के जरिए निगरानी
इस वर्ष फूड मिनिस्ट्री (Food Ministry) ने प्याज की खरीद, भंडारण और वितरण (Procurement, Storage & Disposal) को प्रभावी बनाने के लिए इंटीग्रेटेड मॉनिटरिंग सिस्टम लागू किया है। साथ ही, सहकारी संस्थाएं जैसे NCCF दिल्ली-एनसीआर में टमाटर (Tomato) 30 रुपये प्रति किलो में बेच रही हैं ताकि सब्जियों की कीमत स्थिर रहे। मोदी सरकार की यह पहल सस्ते प्याज की बिक्री (Subsidised Onion Sale) के जरिए आम लोगों के बजट को राहत देने और खाद्य महंगाई पर नियंत्रण बनाने में सहायक है। यदि आप दिल्ली, मुंबई या अहमदाबाद में रहते हैं और प्याज खरीदने जा रहे हैं, तो मोबाइल वैन और सहकारी भंडार का रूट जानकर सस्ते में प्याज खरीदना न भूलें।