सिरमौर(शिलाई). एक तरफ प्रदेश और केन्द्र सरकार स्वच्छ भारत अभियान में करोड़ों रुपये खर्च कर रही हैं. दूसरी तरफ उपमंडल शिलाई के बाजार में कचरे के ढेर लगे हुए है. स्थानीय प्रशासन, स्कूल के बच्चों को लेकर स्वच्छता की रैलियां निकलता जरुर दिखाई देता है, लेकिन उपमंडलाधिकारी से लेकर स्कूल के शिक्षकों सहित व्यापार मंडल तक यह रैलियां केवल सरकार का पैसा डकारने के लिए की जाती है.
संत राम, कल्याण सिंह, मोहन सिंह, ध्यान सिंह, रामभज, दौलत राम, विक्रम सिंह, शेर सिंह, जगदीप सिंह, बाबु राम, कंवर सिंह, लायक राम, वीरेंदर सिंह, भवान सिंह, पंच राम, सूरत सिंह ने बताया की पहले 6 महीने तक ग्राम पंचायत उनसे हर माह कूड़े के नाम पर 60 रुपये लेती रही है और कूड़ा उठाने वाले एक महीना ट्रैक्टर लेकर आया, फिर गायब हो गए.
इसके बाद फिर एक बार कूड़े के नाम पर चंदा के नाम पर पर्ची काटने आए और हर दुकान से 150 रुपये की पर्ची काट कर लेते जा रहे है हर माह हजारों रुपये एकत्रित कर रहे हैं लेकिन बाजार में कूड़े को लेकर कोई समाधान नहीं किया गया है और बाजार में पूरी गंदगी फैली रहती है.
क्या कहते है पंचायत प्रधान
शिलाई के ग्राम पंचायत प्रधान देवेन्द्र धीमान ने बताया कि बाजार में कूड़े कि देखरेख अब व्यापर मंडल कर रहा है व्यापर मंडल के अध्यक्ष ही ज्यादा बता सकते हैं. इससे पहले जिन लोगों को कलेक्शन के लिए रखा गया था. उन्होंने पूरा पैसा पंचायत मे जमा नहीं करवाया है जिसके कारण बाजार में कूड़े को उठाने वाला ट्रैक्टर बन्द करना पड़ा उक्त लोगों के खिलाफ पंचायत अपने स्तर पर मामला दर्ज कर रही है.
व्यापर मंडल अध्यक्ष
बाजार के व्यापरमंडल अध्यक्ष अजय चौहान ने बताया कि उन्होंने बाजार से 150 रुपये की पर्ची काटी है जिससे अब बाजार मे कचरे के लिए ट्रैक्टर का इंतजाम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पहले कि राशि का उन्हें कोई पता नहीं है और अभी कुछ दिन पहले ही अध्यक्ष बने है. उन्होंने बताया कि जल्द ही बाजार से कूड़े कचरे कि समस्या को खत्म किया जाएगा.