New Delhi Monsoon Session 2025: संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होने जा रहा है, और इस बार माहौल पहले से कहीं ज़्यादा गर्म रहने की उम्मीद है। विपक्षी दल केंद्र सरकार को पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर, बिहार विशेष गहन समीक्षा (एसआईआर) और Air India AI-171 Crash जैसे कई संवेदनशील मुद्दों पर घेरने की रणनीति बना चुके हैं।
ऑपरेशन सिंदूर पर घमासान तय, ट्रंप के दावे देंगे बहस को धार
Operation Sindoor के बाद यह संसद का पहला सत्र है। भारत द्वारा Pahalgam Terror Camps पर की गई सटीक कार्रवाई के बाद विपक्ष लगातार जवाब मांग रहा है। 26 आतंकियों के मारे जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की बात दोहराई थी। अब विपक्ष इसी मुद्दे पर सरकार से सफाई मांगने के मूड में है।
विपक्ष की मांग है कि सरकार बताए कि ट्रंप के इन बयानों पर भारत की आधिकारिक प्रतिक्रिया क्या रही, और क्या भारत की संप्रभुता को चुनौती मिल रही है? विपक्ष पहले भी ऑपरेशन सिंदूर के मुद्दे पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग कर चुका है।
एयर इंडिया विमान हादसा: सुरक्षा मानकों पर सवाल तय
Air India Flight AI-171 Crash को लेकर भी कई सांसदों द्वारा DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) की भूमिका पर सवाल उठाए जाने की संभावना है। इसमें 787 Dreamliner aircraft inspection, passenger safety audit, और aviation safety standards जैसे विषय शामिल हो सकते हैं।
राज्यसभा सांसद मनोज झा ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से यह जानना चाहा है कि क्या एयरलाइंस द्वारा बार-बार सुरक्षा मानकों की अनदेखी हो रही है और DGCA ने इस पर क्या कार्रवाई की है?
बिहार विशेष गहन समीक्षा (SIR) पर भी गरमाई सियासत
Bihar SIR Report को लेकर भी विपक्ष सवाल उठाने जा रहा है। रिपोर्ट में शिक्षा, कानून व्यवस्था और आधारभूत संरचना पर की गई टिप्पणी पर विपक्ष केंद्र से स्पष्ट जवाब चाहता है।
संसद की कार्यसूची: 21 बैठकें, 17 प्रमुख मुद्दे
इस बार मानसून सत्र 32 दिनों का होगा, जिसमें 21 बैठकें निर्धारित हैं। संसदीय कार्य मंत्री Kiren Rijiju के अनुसार, सत्र में 17 विधायी एवं अन्य विषयों पर चर्चा की जाएगी। गोवा में अनुसूचित जनजातियों के राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर प्रस्तुत Reservation Amendment Bill 2024 इस सत्र का अहम हिस्सा होगा।
Supriya Sule संसद में Income Tax Bill 2025 पर प्रवर समिति की रिपोर्ट पेश करेंगी। साथ ही केंद्रीय मंत्री Arjun Ram Meghwal और Jayant Chaudhary समेत अन्य कई मंत्री अपने मंत्रालयों से संबंधित दस्तावेज सदन में रखेंगे।
विपक्ष ने गिनाए 8 बड़े मुद्दे, पीएम की उपस्थिति पर ज़ोर
मानसून सत्र से पहले 24 विपक्षी नेताओं की virtual meeting में foreign policy failure, Gaza crisis, delimitation process, और minority oppression जैसे 8 अहम मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगे जाने की रणनीति बनाई गई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता Pramod Tiwari ने कहा कि विपक्ष प्रधानमंत्री से संसद में उपस्थित रहने और बहसों में भाग लेने की उम्मीद करता है। उन्होंने कहा कि संसद विदेशी यात्राओं से अधिक महत्वपूर्ण है।.
Monsoon Session 2025 राजनीतिक रूप से बेहद अहम होने जा रहा है। Pahalgam Attack, Operation Sindoor और Air India Crash जैसे संवेदनशील मुद्दों पर संसद में गरमा-गरम बहस तय है। जनता की नजरें इस पर टिकी हैं कि क्या इस बार जवाबदेही सुनिश्चित की जा सकेगी?