नई दिल्ली. खबरों के अनुसार, संसद का मानसून सत्र जो पहले 21 अगस्त 2025 तक चल रहा था, अब 12 अगस्त को ही अनिश्चित काल के लिए स्थगित किया जा सकता है। 13 से 17 अगस्त तक की छुट्टी तय कार्यक्रम के लिए और फिर 21 अगस्त तक की छुट्टी थी, लेकिन अब संभावना है कि सत्र पहले ही खत्म हो जाए।
संसद में विधान सभा मैराथन के बावजूद विपक्ष का विरोध प्रदर्शन
सोमवार को विपक्ष के हंगामे के बीच संसद ने रिकॉर्ड समय में 9 अहम बिल पास कर दिए- लोकसभा में पास हुए बिल,आयकर बिल,कराधान कानून (संशोधन) विधेयक,राष्ट्रीय खेल विधेयक,राष्ट्रीय डोपिंग रोधी विधेयक,राज्यसभा में पास हुए बिल,मणिपुर बजट 2025-26,मणिपुर माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2025,मणिपुर विनियोग (नंबर 2) विधेयक 2025,मर्चेंट शिपिंग बिल,गोवा विधानसभा में अनुसूचित जनजाति के लिए सीट आरक्षण विधेयक
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का अभूतपूर्व कदम
वित्त मंत्री ने नोमेन में आयकर विधेयक और कराधान कानून (संशोधन) विधेयक बिना किसी बहस के पेश किया और नीचे भी लिखा है। अन्य दो विधेयकों पर चर्चा के बाद मंजूरी दे दी गई।
संसद में “अनिश्चितकालीन स्थगन” क्या है?
जब लोकसभा या राज्यसभा को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया जाता है, तो इसका मतलब यह होता है कि सत्र बिना किसी निश्चित तिथि के समाप्त हो जाता है। यह साधारण स्थगन (सरल स्थगन) से अलग है, जिसमें एक निश्चित तारीख पर कार्यवाही फिर से शुरू होती है। आमतौर पर यह निर्णय पीठासीन अधिकारी द्वारा लिया जाता है, और बाद में भारत के राष्ट्रपति पद से सत्रावसान किया जाता है।