[vc_row][vc_column][vc_column_text][addtoany][/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row css=”.vc_custom_1508915773814{background-color: #fffcb5 !important;}”][vc_column][vc_custom_heading text=”नाहन” font_container=”tag:h2|text_align:center” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]पृष्ठभूमि :-
नाहन विधानसभा सिरमौर जिले में शिमला लोकसभा के अंतर्गत आने वाली विधानसभा है. हिमाचल विधानसभा की कुल 68 सीटों में यह सीट संख्या 56 है. 2012 की विधानसभा में यहाँ कुल 65,821 मतदाता थे. जिनकी संख्या बढकर 2017 में 74,527 हो गयी है हिमाचल की यह विधानसभा सीट अनारक्षित है जहाँ से 2012 की विधानसभा में भाजपा के राजीव बिंदल निर्वाचित घोषित किये गए. नाहन हिमाचल प्रदेश के राज्य में एक ग्रामीण विधानसभा है और सिरमौर जिले का मुख्यालय है. पूर्व में यह सिरमौर रियासत की राजधानी थी.
हरे-भरे जंगलों और बर्फ से ढकी पर्वत शृंखला से घिरा हुआ एक शानदार शहर है. यह पश्चिमोत्तर भारत के दक्षिण हिमाचल प्रदेश राज्य की राजधानी शिमला के दक्षिण-पश्चिम में लघु हिमालय की दक्षिणी सीमा के पास शिवालिक पहाड़ियों में बसा हुआ है. नाहन को ‘शिवालिक पहाड़ियों का रत्न’ कहा जाता है. यहाँ गर्मी मार्च से शुरू होती है और जून तक रहती है. यहाँ की सर्दियाँ बहुत कड़क और कुहरेदार होती हैं. नाहन की स्थापना यहाँ के राजा करन प्रकाश द्वारा 1621 ई. में की गई थी. राजा करन प्रकाश ने रक्षाबंधन के त्यौहार पर यहाँ पतंग उड़ाने की परंपरा शुरू की थी, जो आज भी जारी है. कहा जाता है कि आज जहाँ नाहन महल खड़ा है, वहाँ पर एक संत बाबा बनवारी दास अपने साथी के साथ रहते थे. “नाहन” का अर्थ है- “मत मारो”. एक दिन जब राजा ने एक शेर को मारने की कोशिश की, तब संत ने कहा ‘नाहन’, शायद इस ऐतिहासिक घटना के कारण ही इस शहर का नाम नाहन पड़ा.
नाहन कृषि उत्पाद तथा इमारती लकड़ियों का व्यापारिक केंद्र है. यहाँ के उद्योगों में हथकरघा बुनाई, लकड़ियों पर नक़्क़ाशी और लोहे का काम शामिल है. यहाँ पर कृषि के उपकरण, तारपीन का तेल, राल और जनरेटर का निर्माण होता है. भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान नाहन पंजाब के पर्वतीय प्रदेश सिरमौर की राजधानी था.[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column width=”1/3″][vc_custom_heading text=”विधानसभा : संक्षिप्त जानकारी” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]
विधानसभा सं. | 56 |
---|---|
लोकसभा | शिमला |
सीट | सामान्य |
सीट की प्रकृति | ग्रामीण |
प्रमुख बोलियां | नाहन की सरकारी भाषा हिंदी है. नाहन लोग संचार के लिए पहाड़ी और पंजाबी भाषा का भी इस्तेमाल करते हैं. |
[/vc_column_text][/vc_column][vc_column width=”1/2″][vc_custom_heading text=”पिछले चुनावों में विधानसभा की स्थिति” font_container=”tag:h3|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_row_inner][vc_column_inner][vc_column_text]
विधानसभा | चुनाव/साल | 2009 आम चुनाव | 2012 विधानसभा | 2014 आम चुनाव | ||||
नाहन | पार्टी | भाजपा | कांग्रेस | भाजपा | कांग्रेस | कांग्रेस | भाजपा | |
वोट प्रतिशत | 49.30% | 44.80% | 49.30% | 45.30% | 50.40% | 44.30% |
[/vc_column_text][/vc_column_inner][/vc_row_inner][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_custom_heading text=”2012 विधानसभा चुनाव: ” font_container=”tag:h4|text_align:left” use_theme_fonts=”yes”][vc_column_text]
उम्मीदवार | पार्टी | कुल मत |
राजीव बिंदल | बीजेपी | 25459 |
कुश परमार | कांग्रेस | 12635 |
[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”नाहन से चुने गये विधायक”][vc_column_text]
विधायक | पार्टी | वर्ष |
राजीव बिंदल | भाजपा | 2012 |
कुश परमार | कांग्रेस | 2007 |
सदानंद चौहान | लोजपा | 2003 |
कुश परमार | कांग्रेस | 1998 |
कुश परमार | कांग्रेस | 1993 |
श्यामा शर्मा | जनता दल | 1990 |
अजय बहादुर सिंह | कांग्रेस | 1985 |
श्यामा शर्मा | जनता पार्टी | 1982 |
श्यामा शर्मा | जनता पार्टी | 1977 |
[/vc_column_text][vc_custom_heading text=”मतदाताओं की संख्या- “][vc_column_text]
विधानसभा (2017) | आम निर्वाचक | अप्रवासी भारतीय निर्वाचक | |||||||
स.न. | नाम | पुरुष | महिला | अन्य | कुल | पुरुष | महिला | समस्त योग (6+7+8) | |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | |
1 | नाहन | 38301 | 36226 | 0 | 74527 | 0 | 0 | 74527 |
[/vc_column_text][vc_column_text]
विधानसभा (2012) | आम चुनाव | अप्रवासी भारतीय | सरकारी सेवारत मतदाता | ||||||||||
स.न. | नाम | पुरुष | महिला | अन्य | कुल | पु. | म. | अन्य | कुल | पु. | म. | कुल | समस्त |
योग (6+10+13) | |||||||||||||
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 | 14 |
1 | नाहन | 3390 | 31045 | 0 | 65035 | 0 | 0 | 0 | 0 | 597 | 189 | 786 | 65821 |
[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column width=”1/2″][vc_column_text]
राजीव बिंदल यहाँ के प्रमुख नेता कहे जा सकते हैं. बिंदल भाजपा के प्रमुख व वरिष्ठ नेता हैं जो प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता व 2012 के पहले सोलन से विधायक रहे. परिसीमन के बाद जब सोलन सीट सुरक्षित हो गयी तब वह नाहन से आकर चुनाव लड़े और विजयी हुए. सोलन से वह 2003 व 2007 की विधानसभा में पहुँचाने में सफल रहे थे.बिंदल पेशे से डॉक्टर है और सोलन नगर परिषद् के चेयरमैन रहे है. कांग्रेस ने इस बार यहाँ से अजय सोलंकी को अपना प्रत्याशी बनाया है. अजय सोलंकी कांग्रेस सोलन के जिलाध्यक्ष हैं और तेजतर्रार नेता माने जाते हैं. उनके उत्त्साह को देखते हुए ऐसा नहीं लगता कि वह बिंदल को इतनी आसान लड़ाई लड़ने देंगें..
उम्मीदवार 2017
विधानसभा में सम्भावित प्रत्याशी / उम्मीदवार | |||
प्रमुख नेता | भाजपा | कांग्रेस | अन्य |
1. | राजीव बिंदल | अजय सोलंकी | विश्वनाथ शर्मा (माकपा) |
2. | जयचंद (बसपा) |
[/vc_column_text][vc_column_text]वर्तमान स्थिति :
सोलन सीट से तीन बार कांग्रेस के विधायक रहे कुश परमार को राजीव बिंदल ने पचास प्रतिशत से ज्यादा मतों से हराया था यह लड़ाई एक तरफ़ा कही जायेगी वह भी सिटिंग विधायक के खिलाफ दूसरे क्षेत्र से आकर. इसलिए कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बदलने में ही भलाई समझी और युवा नेता अजय सोलंकी पर दाव लगा दिया है. इस सीट पर जो जातियां प्रभावी भूमिका में होंगीं वह राजपूत, मुस्लिम, कोली बिरादरी के साथ बाहती समुदाय के लोग होंगें. राजीव बिंदल पर जहाँ विधायक होने के कारण अपने किये गए कामों और वादों का हिसाब देने की जिम्मेदारी होगी वहीँ अजय सोलंकी इस भार से मुक्त होकर अपने लिए मौका मांगेंगे. राजीव बिंदल के पक्ष में एक बात जा सकती है कि यदि लोगों को लगेगा कि भाजपा की सरकार बन सकती है तो बिंदल के मंत्री बनने की संभावना होगी जिसका लाभ क्षेत्र के लोग लाभ लेना चाहेंगे.[/vc_column_text][vc_single_image image=”23084″ img_size=”full”][vc_column_text]बूथों की संख्या: 107[/vc_column_text][/vc_column][vc_column width=”1/2″ css=”.vc_custom_1508918344567{padding-top: 20px !important;padding-left: 20px !important;background-color: #ffe8c6 !important;}”][vc_round_chart type=”doughnut” stroke_width=”0″ values=”%5B%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A5%81%E0%A4%B7%22%2C%22value%22%3A%2229899%22%2C%22color%22%3A%22vista-blue%22%2C%22custom_color%22%3A%22%23f79468%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BE%22%2C%22value%22%3A%2226397%22%2C%22color%22%3A%22violet%22%2C%22custom_color%22%3A%22%23f7be68%22%7D%5D” title=”पिछली विधानसभा में महिला पुरुष के मतों का %”][vc_round_chart type=”doughnut” stroke_width=”0″ values=”%5B%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%B8%20%22%2C%22value%22%3A%2246.70%25%22%2C%22color%22%3A%22blue%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%AA%E0%A4%BE%20%22%2C%22value%22%3A%2219.43%25%22%2C%22color%22%3A%22pink%22%7D%2C%7B%22title%22%3A%22%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%AF%22%2C%22value%22%3A%2233.87%25%22%2C%22color%22%3A%22vista-blue%22%2C%22custom_color%22%3A%22%235472d2%22%7D%5D” title=”पिछली विधानसभा में पार्टियों की स्थिति “][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_column_text]
प्रमुख मुद्दे
आपकी विधान सभा की प्रमुख समस्यायें | आपकी विधानसभा के लोगों के सपनें (माँगें / उम्मीदें) | |
1. | नाहन चुनाव क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में भयंकर पेयजल की किल्लत है. लोग यहाँ लम्बे समय से इस समस्या से जूझ रहे हैं मगर समस्या बरकरार है | गिरी उठाऊ पेयजल योजना का काम अधर में लटका हुआ है. |
2. | नाहन चुनाव क्षेत्र के अधिकतर हिस्से नदी नालों से सटे,जिससे यहाँ के लोगों की जमीनें बह जाती हैं और कई फसलें तबाह हो जाती हैं लोग यहाँ चैनेलाईजेशन की मांग कर रहे है मगर नहीं हो पाया है | पेयजल किल्लत करीब 60 हजार की आबादी वाला शहर पेयजल की किल्लत से भी परेशान है. |
3. | नाहन मुख्यालय की अगर बात करें तो यहाँ पार्किंग, ट्रैफिक की संख्या लगातार बढ़ रही है और पार्किंग की सुविधा नही है | बंदरों की समस्या से लोग जूझ रहे हैं |
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