नई दिल्ली. छात्र राजनीति से अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने वाले नरेंद्र सिंह तोमर अब भारत सरकार के मंत्रिमंडल में एक अहम हिस्सा हैं. तोमर को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री बनाया गया है. इसके साथ ही उनके पास ग्रामीण विकास पेयजल और पंचायती राज जैसा अहम मंत्रालय भी रहेगा. 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र तोमर ने मध्यप्रदेश के मुरैना से चुनाव लड़ा, जहां से उन्होंने 1.13 लाख वोटों के अंतर से जीत हासिल की.
2014 में वे ग्वालियर लोकसभा सीट से सांसद बने और केन्द्र सरकार में कैबिनेट स्तर के मंत्री बनाये गये थे. उन्होंने कैबिनेट मंत्री के तौर पर खनन, इस्पात, श्रम, रोजगार और ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज जैसे मंत्रालयों का दायत्वि संभाला.
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2014 में कृषि मंत्रालय राधा मोहन सिंह के पास था, जो इस बार नरेंद्र तोमर को दिया गया है. 62 वर्षीय नरेंद्र तोमर का जन्म 12 जून 1957 में ग्वालियर के मुरार में हुआ. 1980 में भारतीय जनता युवा मोर्च के शहर अध्यक्ष के पद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. इसके बाद वह 1983 से 87 तक पार्षद रहे और 1998-2008 तक विधायक तथा 2003-2007 तक मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार में मंत्री पद पर रहे. इसके बाद उन्हें मध्यप्रदेश भाजपा का अध्यक्ष भी बनाया गया. राज्यसभा सांसद के बाद तोमर 2009 में मुरैना लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए.
