कुल्लू. एडीएम अक्षय सूद ने सोमवार को दो अलग-अलग बैठकों में राष्ट्रीय कृमि निवारण अभियान की तैयारियों और कोटपा एक्ट के कार्यान्वयन की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि 19 फरवरी को राष्ट्रीय कृमि निवारण अभियान के अंतर्गत देश भर में 19 वर्ष की आयु तक के सभी बच्चों, किशोरों व नवयुवाओं को कृमि निवारण दवाई दी जाएगी. किसी वजह से इस दवा से वंचित रह जाने वाले बच्चों-किशोरों को 24 फरवरी को दवाई मिलेगी.
एडीएम ने बताया कि कुल्लू जिले में सभी सरकारी-निजी स्कूलों, अन्य शिक्षण संस्थानों और आंगनबाड़ी केंद्रों में लगभग 1,24,098 बच्चों-किशोरों को क्रीमीनिवारण दवाई दी जाएगी. इसके साथ-साथ बच्चों को व्यक्तिगत स्वच्छता और हाथों की सफाई के प्रति जागरुक किया जाएगा.
पेयजल की स्वच्छता को लेकर बरते एहतियात
अक्षय सूद ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और विभिन्न शिक्षण संस्थानों के सहयोग से एक व्यापक कार्य योजना तैयार की है. एडीएम ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सभी शिक्षण संस्थानों में पेयजल की स्वच्छता को लेकर भी विशेष एहतियात बरतने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सभी संस्थानों की पेयजल टंकियों व शौचालयों की नियमित सफाई होनी चाहिए और इसका लगातार निरीक्षण किया जाना चाहिए.
सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने वालों के चालान करने के निर्देश
एडीएम ने बताया कि तंबाकू निषेध अधिनियम कोटपा के अंतर्गत सभी सार्वजनिक स्थलों व कार्य स्थलों पर धूम्रपान पूरी तरह निषेध है. शिक्षण संस्थानों के 100 मीटर के दायरे में भी तंबाकू पदार्थों के सेवन व बिक्री पर भी पूर्ण प्रतिबंध है. इसका उल्लंघन करने वालों का चालान काटा जा सकता है. अक्षय सूद ने सभी अधिकारियों से कहा कि वे अपने कार्य स्थलों पर या इनके आस-पास धूम्रपान कर रहे लोगों का चालान कर सकते हैं.
बैठकों में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. विक्रम कटोच, क्षेत्रीय अस्पताल के एमएस डा. केएस मल्होत्रा, डा. रमेश गुलेरिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी वीरेंद्र आर्य, विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे. इसके बाद क्षेत्रीय अस्पताल के सम्मेलन कक्ष में आंगनबाड़ी वर्करों और आशा वर्करों के लिए एक कार्यशाला भी आयोजित की गई, जिसमें राष्ट्रीय क्रीमीनिवारण अभियान और कोटपा की जानकारी दी गई.