नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वित्तीय क्षेत्र पर बजट के बाद के वेबिनार को संबोधित किया. इससे पहले पीएम मोदी ने 6 मार्च को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से स्वास्थ्य और आयुर्विज्ञान अनुसंधान पर केंद्रित पोस्ट बजट वेबिनार को संबोधित किया था. यह वेबिनार बजट के बाद सरकार की तरफ से आयोजित किये जा रहे 12 वेबिनार का हिस्सा है.
इन वेबिनार के माध्यम से बजट में की गयी घोषणाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सम्बंधित क्षेत्र के हितधारकों की राय ली जा रही है. इस वेबिनार में सम्बंधित मंत्रालयों एवं विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, नियामक संगठन एवं उद्योग जगत के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
अमृत काल बजट’
पीएम मोदी ने कहा कि अमृत काल बजट भारत के विकास के लिए एक सर्व समावेशी वित्तीय क्षेत्र का रोडमैप पेश करता है. उन्होंने कहा कि जो बैंकिंग व्यवस्था 8-10 साल पहले डूबने की कगार पर थी वो अब लाभ में आ गई है. आज आपके पास एक ऐसी सरकार है जो लगातार साहसपूर्ण निर्णय कर रही है, नीतिगत निर्णयों में बहुत ही स्पष्टता, आत्मविश्वास और कनविक्शन है. इसलिए आपको भी आगे बढ़ कर काम करना चाहिए.
भारत सबसे बड़ा FDI डेस्टिनेशन रहा- पीएम
वेबिनार को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक समय था, जब भारत में आस्था का घोर अभाव था. लेकिन अब जब भारत ने वित्तीय अनुशासन, पारदर्शिता और समावेशी दृष्टिकोण को अपनाया है, तो एक बड़ा परिवर्तन हुआ है. आज भारत को विश्व अर्थव्यवस्थाओं का ‘चमकदार स्थान’ कहा जाता है. साथ ही, जी-20 प्रेसीडेंसी से विभूषित होना हमारे लिए बड़े सम्मान की बात है. पीएम ने कहा कि 2021-22 में भारत सबसे बड़ा FDI डेस्टिनेशन रहा है.
भारत की बैंकिंग सिस्टम में आई मजबूती
वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पीएम मोदी ने बताया कि आज समय की मांग है की भारत की बैंकिंग सिस्टम में आई मजबूती का लाभ ज्यादा से ज्यादा आखिरी छोर तक पहुंचे. उन्होंने कहा कि जैसे हमने MSME को सपोर्ट किया वैसे ही भारत के बैंकिंग सिस्टम को ज्यादा से ज्यादा सेक्टर्स का समर्थन करना होगा. भारत फाइनेंशियल डिसिप्लिन, ट्रांसपेरेंसी और इंक्लूसिव अप्रोच को लेकर चल रहा है तो एक बड़ा बदलाव भी हम देख रहे हैं. फाइनेंशियल इंक्लूजन से जुड़ी सरकार की नीतियों ने करोड़ों लोगों को फोर्मल फाइनेंशियल सिस्टम का हिस्सा बना दिया है.
सरकार के समान कॉरर्पोरेट जगत भी बढ़ाए निवेश
पीएम मोदी ने कहा कि पीएम गतिशक्ति की वजह से प्रोजेक्ट की प्लानिंग और उसे लागू करने में अभूतपूर्व तेजी आ गई है. हमें अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों और इकोनॉमिक सेक्टर की प्रगति के लिए काम करने वाले प्राइवेट सेक्टर को भी ज्यादा सपोर्ट करना होगा. उन्होंने प्राइवेट सेक्टर से आग्रह करते हुए कहा कि इस सेक्टर को देश में अधिक से अधिक निवेश करना चाहिए ताकि अधिक विकास सुनिश्चित हो सके.
‘भारत में टैक्स हुआ बहुत कम’
भारत में टैक्स रेट को लेकर पीएम मोदी बोले, एक समय तो हर तरफ यही बात छाई रहती थी कि भारत में टैक्स रेट कितना ज्यादा है. आज स्थिति बिल्कुल अलग है. जीएसटी, इनकम टैक्स और कॉर्पोरेट टैक्स कम होने की वजह से भारत में टैक्स बहुत कम हुआ है.
2013-14 के दौरान हमारा ग्रॉस टैक्स रेवेन्यू करीब 11 लाख करोड़ था, 2023-24 के अनुमानों के मुताबिक ग्रॉस टैक्स रेवेन्यू अब 33 लाख करोड़ से ज्यादा का हो सकता है. यानी भारत टैक्स रेट कम कर रहा है बावजूद इसके कलेक्शन बढ़ रहा है.