चाईबासा. पोराहाट के जंगलों में सक्रिय माओवादी जोनल कमांडर जीवन कुंडुलना के कब्जे से भागी नाबालिग लड़की को पुलिस ने अपने संरक्षण में ले लिया है. मंगलवार को एसपी अनीश गुप्ता ने मीडिया को बताया कि जीवन कुंडुलना और दस्ते के अन्य सदस्य नाबालिग के साथ शारिरीक शोषण करते थे. नाबालिग नौ महीनों से माओवदियों के कब्जे में थी.
पुलिस ने जीवन कंडुलना, रामबीर, कालिया, सूर्या सहित दस्ते के अन्य लोगों के खिलाफ पोस्को एक्ट, दुष्कर्म और अन्य नक्सली धारा के अंतर्गत मामला दर्ज किया है. नाबालिग के मुताबिक जीवन कुंडुलना के समूह के 11 सदस्य हैं. इनमें कमांडर जीवन कुंडुलना सहित रामबीरा, कालिया और सूर्या राइफल दिखाकर उनके साथ दुराचार करते थे.
नाबालिग ने बताया कि संदीप दा और महाराज प्रमाणिक के दस्ते में भी कई बालिक और नाबालिग लड़कियां हैं जिनके साथ शारिरीक शोषण होता है. एसपी ने बताया कि नाबालिग का दाखिला कस्तुरबा विद्यालय में करवाया जाएगा. तत्काल राहत के लिए 10 हजार की आर्थिक सहायता दी गई है.
कराईकेला थाना अंतर्गत इंद्रवां गांव की रहनेवाली उक्त नाबालिग 26 जनवरी के दिन सुईमारी गांव के डोगोबेड़ा जंगल में हुई मुठभेड़ के दौरान नक्सलियों के चंगुल से छूट कर भागी थी. भागकर वह अपने नानी के पास चली गई. नक्सलियों के गिरफ्त से बचाने के लिए पुलिस उसे अपने संरक्षण में ले लिया है. नाबालिग के मां की मौत हो चुकी है और पिता ने दूसरी शादी कर ली. इसके बाद उसके चाचा ने उसे दस्ते में भेज दिया.