नई दिल्ली. महाराष्ट्र में स्थित औरंगाबाद रेलवे स्टेशन का नाम आधिकारिक रूप से छत्रपति संभाजीनगर रेलवे स्टेशन कर दिया गया है। यह घोषणा सेंट्रल रेलवे ने शनिवार को की। इस बदलाव के तीन साल बाद आया है, जब औरंगाबाद शहर का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर रखा गया था। छत्रपति संभाजी महाराज, छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र और मराठा साम्राज्य के दूसरे शासक थे।
नया स्टेशन कोड: CPSN
सेंट्रल रेलवे के अनुसार, इस स्टेशन का नया कोड CPSN होगा। यह स्टेशन साउथ सेंट्रल रेलवे के नांदेड़ डिवीजन के अंतर्गत आता है।
सेंट्रल रेलवे की आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया:
“संबंधित प्राधिकरण ने नांदेड़ डिवीजन के औरंगाबाद रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘छत्रपति संभाजीनगर’ करने की मंजूरी दी है। स्टेशन कोड अब CPSN होगा। इसके अनुसार, औरंगाबाद रेलवे स्टेशन को अब से छत्रपति संभाजीनगर रेलवे स्टेशन कहा जाएगा।”
राजनीतिक और ऐतिहासिक संदर्भ:
बीजेपी नेतृत्व वाली महायुटी सरकार ने 15 अक्टूबर को गज़ट नोटिफिकेशन जारी कर औरंगाबाद रेलवे स्टेशन का नाम आधिकारिक रूप से बदल दिया। यह कदम शहर के नामकरण प्रक्रिया का हिस्सा है।
करीब तीन साल पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने शहर का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर रखा था। इसका उद्देश्य छत्रपति संभाजी महाराज, वीर शिवाजी महाराज के पुत्र और मराठा साम्राज्य के दूसरे शासक, को श्रद्धांजलि देना था। पहले का नाम औरंगाबाद मुगल सम्राट औरंगजेब की याद में रखा गया था।
ऐतिहासिक महत्व:
औरंगाबाद रेलवे स्टेशन की स्थापना 1900 में मीर उस्मान अली खान, हैदराबाद के 7वें निज़ाम के शासनकाल में हुई थी।
अब छत्रपति संभाजीनगर के नाम से जाना जाने वाला यह शहर महाराष्ट्र का प्रमुख पर्यटन और सांस्कृतिक केंद्र बन गया है। यहां अजंता और एलोरा की गुफाएं स्थित हैं, जो यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में शामिल हैं।
