नई दिल्ली. भारत के Election Commission of India (ECI) ने चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी वीडियोग्राफी और तस्वीरों को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है। अब इन डिजिटल रिकॉर्ड्स को केवल 45 दिन तक ही सुरक्षित रखा जाएगा। यह फैसला आयोग ने हाल ही में सोशल मीडिया पर election videos और images के misuse को देखते हुए लिया है।
पुराने नियमों में था 3 महीने से लेकर 1 साल तक का समय
30 मई 2025 को सभी राज्यों के Chief Electoral Officers (CEOs) को भेजे गए निर्देश में आयोग ने स्पष्ट किया कि चुनाव रिकॉर्डिंग (Election Recording) का प्रयोग मुख्यतः internal management tool के रूप में होता है, न कि कोई कानूनी अनिवार्यता। इससे पहले, चुनाव प्रक्रिया के हर चरण की फुटेज और तस्वीरों को 3 महीने से 1 साल तक सुरक्षित रखने के निर्देश थे।Campaign और Voting Days: 6 महीने Counting Footage: 1 साल तक अब यह समयसीमा घटाकर केवल 45 दिन कर दी गई है।
Fake News और Misinformation के खतरे से लिया गया फैसला
आयोग ने कहा कि हाल के समय में social media platforms पर election footages का गलत ढंग से प्रचार किया गया, जिससे public perception को प्रभावित करने की कोशिश हुई। इस कारण से वीडियो सामग्री की सुरक्षा अवधि की समीक्षा की गई। ECI सूत्र ऐसी सामग्री का उपयोग अब केवल तब तक होगा जब तक चुनाव याचिका (Election Petition) की अवधि खत्म न हो जाए। अगर कोई याचिका दायर होती है तो वह फुटेज अदालत के निर्णय तक सुरक्षित रहेगी।
क्या-क्या होता है रिकॉर्ड? जानें Election Videography Process
चुनाव आयोग पूरे चुनावी तंत्र की डिजिटल निगरानी करता है। इनमें शामिल हैं: ईवीएम और वीवीपैट परीक्षण, सीसीटीवी और लाइव वेबकास्टिंग के माध्यम से मतदान केंद्र की निगरानी, उम्मीदवार के व्यय की निगरानी, आचार संहिता का उल्लंघन, वीडियो रिकॉर्डिंग, मतदान के दिन वोट से गिनती तक के सभी रिकॉर्ड बने रहे।
पिछले बदलाव में Public Access भी की गई थी सीमित
यह दूसरा बड़ा बदलाव है जो ECI द्वारा Election CCTV Footage को लेकर लाया गया है। December 2024 में Rule 93(2)(A) में संशोधन कर सरकार ने जनता की इन फुटेज तक पहुंच को restricted कर दिया था। अब केवल अन्य चुनावी दस्तावेज ही public inspection के लिए खुले रहेंगे।
नया नियम क्यों है अहम?
डिजिटल साक्ष्य दुरुपयोग नियंत्रण वीडियो सबूतों की सीमित कानूनी वैधता चुनाव याचिका के अनुसार डेटा प्रतिधारण पारदर्शिता बनाम गोपनीयता संतुलन