ऊना. दिल्ली की एक स्वंयसेवी संस्था ने जिला ऊना में मानव तस्करी कर लाये गए 12 बंधुआ मजदूरों को छुड़ाने में कामयाबी हासिल की है. नेशनल कैम्पेन कमेटी फॉर इरेडिकेशन ऑफ़ बोंडेड लेबर संस्था ने जिला प्रशासन और पुलिस के सहयोग से ऊना के दो होटलों और एक पोल्ट्री फॉर्म से इन मजदूरों को आजाद करवाया है.
सूत्रों की माने तो यह सभी मजदूर दिल्ली के एक ठेकेदार द्वारा जिला ऊना के विभिन्न स्थानों पर काम पर लगाए गए थे. लेकिन इन्हे आजदिन तक न ही वेतन मिला और न ही सुविधाएँ. हालांकि ऊना जिला में ईंट भट्टो पर ऐसे मामले सामने आते रहे है लेकिन होटलों और मुर्गीखाने में इस तरह के मामला पहली बार सामने आये है.
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार विश्वभर में 40 मिलियन मजदूर गुलामी के शिकार है. वहीँ इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन के अनुसार भारत में 21 लाख मिलियन लोग मानव तस्करी, बंधुआ एवं बाल मजदूरी का शिकार है.
मानव तस्करी और बंधुआ मजदूरों के पक्ष में आवाज उठाने वाली दिल्ली की स्वंयसेवी संस्था नेशनल कैम्पेन कमेटी फॉर इरेडिकेशन ऑफ़ बोंडेड लेबर ने जिला ऊना में मानव तस्करी कर लाये गए 12 बंधुआ मजदूरों को छुड़वाने में सफलता हासिल की है.
स्वंयसेवी संस्था की शिकायत पर जिला प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर ऊना जिला के दो नामी होटलों और एक पोल्ट्रीफार्म से इन मजदूरों को छुड़वाया है. स्वंयसेवी संस्था संचालक निर्मल गुराना ने बताया कि उनकी संस्था के पास शिकायत आयी थी , जिस पर संस्था ने अभियान चलाकर मानव तस्करी के इस रैकेट का पर्दाफाश किया. उनकी संस्था पहले भी कई जगहों पर बंधुआ मजदूरों को छुड़ा चुकी है.
बहला फुसलाकर लाए गए
छुड़ाए गए सभी बंधुआ मजदूर आसाम और अन्य उत्तर पूर्व राज्यों से हैं, जोकि रोज़ी रोटी और परिवार के बेहतर भरण पोषण की तलाश में हज़ारों किमी दूर देश की राजधानी दिल्ली आये थे, जहाँ से उन्हें आरोपी ठेकेदार बहला फुसलाकर ऊना ले आया और अच्छे वेतन का झांसा देकर नामचीन होटलों और पोल्ट्री फॉर्म में काम पर झोक दिया. आरोप है कि महीनों काम किये जाने के बावजूद भी इन बंधुआ मजदूरों को वेतन तो दूर, उल्टा मालिकों के गुस्से का शिकार होना पड़ा और यहाँ तक कि इस गुस्से में इन्हें मारा पीटा भी जाता था.
वहीं जिला प्रशासन ने भी इस मामले में स्वंयसेवी संस्था का पूरा साथ देते हुए कार्यवाही को अंजाम दिया. ऊना प्रशासन ने ऐसी कार्यवाही भविष्य में भी लगातार किये जाने का आश्वासन देते हुए कहा कि हिमाचल से बंधुआ मजदूर जैसे अभिशाप को समाप्त करने में पूरा सहयोग किया जाएगा.