कुल्लू. क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू मे रेडियोलॉजिस्ट का पद खाली होने से करीब 300 मरीज़ों के अल्ट्रासाउंड लटक गये है. अस्पताल में तैनात एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट का पिछले माह अचानक तबादला होने से इमरजेंसी के मरीजो को बहुत परेशान होना पड़ रहा है. ऐसे में उन्हें निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है.
सबसे अधिक परेशान वो लोग हैं जिन्हें पहले तिथि मिल चुकी है पर रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाया. 300 बिस्तर क्षमता वाले जिला अस्पताल कुल्लू में जिले के अलावा जनजातीय जिला लाहौल स्पीति आनी, बंजार के अलावा मंडी के कुछ लोग भी इलाज़ के लिए क्षेत्रीय अस्पताल का रुख करते है, लेकिन चिकित्सकों की कमी के कारण जिला अस्पताल में व्यवस्था राम भरोसे चल रही है.
करना पड़ रहा है निजी क्लीनिक का रुख
अल्ट्रासाउंड के लिए पहले मरीज़ों को डेट मिलती रही लेकिन अब रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण अल्ट्रासाउंड नही हो रहा है. सबसे अधिक परेशानी गर्भवती महिलाओं और पथरी के मरीज़ों को उठानी पड़ रही है. मरीज़ों का कहना है कि अल्ट्रासाउंड के लिए 1 महीने का समय दिया गया था, लेकिन अभी तक उनका अल्ट्रासाउंड नही हुआ है और अब उन्हें निजी क्लीनिक का रुख करना पड़ रहा है.
उधर जिला चिकित्सा अधीक्षक डॉ. के एस मल्होत्रा ने कहा कि जिला में 2 रेडियोलॉजिस्ट के पद स्वीकृत है, 2 हफ्ते के बाद रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती हो गयी है.
दशहरा के लिए अस्पताल प्रशासन ने मनाली से रेडियोलॉजिस्ट को डेपुटेशन पर बुलाया था. अब बताया जा रहा है कि उन्हें ही कुल्लू अस्पताल में नियमित किया जा रहा है. रोज़ाना 25 से 30 लोगो का अल्ट्रासाउंड होता है, मगर मरीजो की संख्या अधिक होने के कारण 1 महीना आगे की तारीख दी जाती है.