रांची. किसानों के 4 प्रतिशत ब्याज दर में 3 प्रतिशत ब्याज सरकार देगी तथा किसानों को 1 प्रतिशत ही ब्याज का भुगतान करना होगा. प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के तहत झारखंड को केन्द्र से 600 करोड़ रुपये मिलेंगे. लगभग हर जिले के लिए 30 करोड़ रुपये सिंचाई के लिए उपलब्ध होगा. मुख्यमंत्री सोमवार को बतौर मुख्य अतिथि बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में एग्रोटेक 2018 किसान मेला के समापन समारोह के मौके पर किसानों, कृषि वैज्ञानिकों एवं छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए ये बातें कही.
25 फरवरी तक सभी किसानों को मिलेंगे मृदा हेल्थ कार्ड
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी किसानों के फसलों का बीमा हो चुका है, वहीं 99 प्रतिशत किसानों के कृषि भूमि हेल्थ कार्ड भी बना लिया गया है. उनके इस बात पर कई किसानों ने कहा कि उन्हें कार्ड नहीं मिला है. इसपर मुख्यमंत्री ने कृषि सचिव को सभी जिलों में कैम्प लगाकर कृषि भूमि हेल्थ कार्ड वितरण करने के निर्देश दिए हैं. कृषि सचिव ने मौके पर किसानों को बताया कि रांची के किसानों का आज ही बिरसा कृषि विष्वविद्यालय परिसर में कृषि भूमि हेल्थ कार्ड वितरित किया जाएगा तथा 25 फरवरी तक राज्य के सभी जिलों में वितरण पूरा कर लिया जाएगा.
2022 तक किसानों की आय होगी दोगुनी
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड में इस वर्ष विश्व कृषि सम्मेलन का आयोजन होगा. प्रत्येक किसान को खेती, पशु पालन और बागवानी से जोड़ कर 2022 तक उनकी आय दोगुनी की जाएगी. उन्होंने कहा कि जनसहयोग से ही कार्य शक्ति बढ़ती है.
25 हजार महिला किसानों को मिले दो-दो गाय
उन्होंने बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों से कहा कि वे किसानों से निरंतर सम्पर्क बनाएं रखें तथा सभी पक्ष आपस में तालमेल बनाकर काम करें जिससे झारखण्ड में कृषि पैदावार बढ़े और हमें राज्य के लिए बाहर से अनाज न मंगाना पड़े. मुख्यमंत्री ने कृषि वैज्ञानिकों को देशी गायों को विदेशी नस्लों की गायों से बेहतर बनाने की दिशा में भी शोध करने को कहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 हजार महिला किसानों को दो-दो गाय दी गई है तथा 15 सौ करोड़ की जोहार योजना के तहत 4 लाख 80 हजार ग्रामीण महिलाओं को हुनरमंद कर पोल्ट्री, डेयरी आदि के माध्यम से एक क्रांति लाने का कार्य किया जा रहा है.
न्यू झारखंड के लिए छात्रों से अपील
मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं से न्यू झारखण्ड एवं न्यू इण्डिया में योगदान देने का आह्वान करते हुए कहा कि समय के अनुसार सोच को बदलना होगा, कृषि के लिए एमएस स्वामी नाथन के पांच सुझाव मिट्टी, कर्ज, बीमा, फसल उत्पादन के बाद किसानों की स्थिति तथा तकनीक का प्रयोग पर सरकार बिन्दुवार कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि झारखण्ड में तसर के लिए कोकून उत्पादन, नीली क्रांति के तहत मत्स्य पालन, श्वेत क्रांति के तहत डेयरी का विकास, मीठी क्रांति के तहत मधु का उत्पादन, पोल्ट्री के तहत मुर्गी पालन पर समग्रता से कार्य हो रहा है. मुख्यमंत्री ने बिरसा कृषि विश्वविद्यालय परिसर में नये अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त आॅडिटोरियम के निर्माण की घोषणा की है.
मौके पर कांके विधायक डाॅ जीतू चरण राम कृषि सचिव पूजा सिंघल, कुलपति डाॅ परविन्दर कौशल विशेष सचिव शुभ्रा वर्मा, निदेशक श्री राजीव कुमार, शिक्षा प्रसार निदेशक डाॅ जग्रनाथ उरांव, केन्द्रीय सरना समिति के फूलचंद तिर्की, रंजीत टोप्पो विश्व विद्यालय के कृषि वैज्ञानिक, शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं और किसान मौजूद रहे.