नई दिल्ली. अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्तों के बीच खटास आने के बाद चीन पाकिस्तान से अपना रिश्ता मजबूत करने की फिराक में है. चीन विदेश में अपना दूसरा मिलिट्री बेस बनाने की तैयारी में है. जिसके लिए उसने पाकिस्तान को चुना है.
चीन पाक के बलूचिस्तान प्रांत में ग्वादर बंदरगाह के पास मिलिट्री बेस बनाने की प्लानिंग कर रहा है. लेकिन पाकिस्तान ने इस खबर को सिरे से नकार दिया है, पाकिस्तान ने कहा है उनके पास चीन के मिलिट्री बेस बनाने का कोई प्रस्ताव नहीं आया है.
पाकिस्तान में बनाये जाने वाले मिलिट्री बेस के जरिए समुद्री रास्तों पर चीन अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहता है. चीन ने जिस जगह को मिलिट्री बेस के लिए चुना है, वो जगह ईरान के चाबहार पोर्ट और बलूचिस्तान के ग्वादर पोर्ट से बेहद नजदीक है.
चीन का पहला विदेशी मिलिटरी बेस डिजबाउटी में है. यह जगह अफ्रीका में हिंद महासागर में है. इसके अलावा चीन ने 99 साल के लिए श्रीलंका के हंबानटोटा पोर्ट को भी लीज पर लिया है.