सिरमौर(शिलाई). उपमंडल शिलाई मे निजी वाहनों मे ओवर लोडिंग बंद होने का नाम नहीं ले रही है. जिसके कारण चंद पैसों के लिए निजी वाहन क्षेत्र के लोगो की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ कर रहे है. अधिकांश समय क्षेत्र मे वाहन उन सड़कों पर चलते है जो सड़कें विभाग ने अभी तक पास भी नहीं की है. जिसका खामियाजा बड़ी दुर्घटनाओं में जान गवां कर भुगतना पड़ रहा है.
हालाँकि पुलिस विभाग ऐसे चालकों पर शिकंजा कसने की लगातार कोशिश कर रहा है. फिर भी निजी वाहन मालिक व चालक बाज नहीं आ रहे है. कई वाहन चालक तो अच्छे रसूखवाले हैं और पुलिस कांस्टेबल भी उनका कुछ नहीं कर सकते. ऐसे चालको के हौसले बुलन्द हैं.
मामले की सच्चाई
सूत्रों की माने तो उपमंडल के अंदर सतोन कफोटा, शिलाई, रोनहाट जैसे कस्बे है, उपमंडल से सभी गांवों के लिये लिंक सड़कें निकलती है. बाजार मे चालान के डर से निजी वाहन चालक अपना वाहन बाजार के बाहर ले जाते है और फिर सवारियों को वाहन की छत पर और अंदर ठूंस-ठूंस कर भरते है. इन वाहनों में सबसे ज्यादा स्कूली बच्चों को बिठाया जाता है. ये वाहन पहाड़ी सड़कों पर बेखौफ़ 60 से 80 की स्पीड पर दौड़ते हैं. इन वाहन चालकों को न कानून का डर है और न जान की परवाह है. यही कारण है कि आये दिन क्षेत्र में वाहन दुर्घटना से दर्जनों जानें चली जाती हैं. कई बार शिकायतें भी की गईं, चलान भी काटे गए लेकिन इन वाहन चालकों और मालिकों पर कोई फर्क नहीं पड़ता है.
अधिकारियों की रणनीति
उधर शिलाई थाना प्रभारी दुलो राम ने बताया की पुलिस हर दिन अलग-अलग जगह पर इन ओवर लोडेड वाहनों के चलान कर रही है और लाइसेंस भी चेक कर रही है. पुलिस की कोशिश है की हर ओवर लोडेड वाहन पर शिकंजा कसा जाए. इसके लिए पुलिस अलग से रणनीति तैयार कर रही है. जल्द ही इस समस्या से निजात मिलेगी. यदि किसी वाहन में ओवर लोडिंग होती है, तो उस वाहन के रजिस्ट्रेशन को रद्द करने के लिए विभागीय कार्यवाही की जाएगी.