नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के नुमालीगढ़ दौरे के दौरान कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति के लिए घुसपैठियों को समर्थन देकर असम की जनसंख्या संरचना को संकट में डाला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वर्षों तक असम में उग्रवाद और अस्थिरता को बढ़ावा दिया, जबकि बीजेपी सरकार ने शांति, विकास और असम की सांस्कृतिक विरासत को सम्मान दिलाने का काम किया है। प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक सभा में कहा, “कांग्रेस ने घुसपैठियों को समर्थन देकर असम की पहचान खतरे में डाली। हमारी सरकार ने शांति, विकास और असम को भारत की आत्मनिर्भरता की यात्रा में अग्रणी बनाया।”
18,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास
इस दौरान प्रधानमंत्री ने गोलाघाट जिले में 18,000 करोड़ रुपये की ऊर्जा और विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें सबसे प्रमुख परियोजना नुमालीगढ़ रिफाइनरी में स्थापित नया पॉलीप्रोपाइलीन प्लांट है, जो असम में पेट्रोकेमिकल क्षेत्र को मजबूत करेगा और हजारों युवाओं को रोजगार देगा। प्रधानमंत्री ने कहा, “यह प्लांट असम के युवाओं को नए अवसर देगा और भारत के विकास को गति देगा।”
असम की भूमिका ‘आत्मनिर्भर भारत’ में
प्रधानमंत्री ने असम को भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं में अहम बताते हुए कहा कि देश को ऊर्जा आयात पर निर्भरता कम करनी होगी। उन्होंने बताया कि सरकार अब नेशनल डीपवॉटर एक्सप्लोरेशन मिशन शुरू कर रही है, जिससे समुद्री क्षेत्रों में मौजूद तेल और गैस संसाधनों की खोज की जाएगी। यह असम सहित पूरे देश की ऊर्जा आत्मनिर्भरता में मदद करेगा।
बांस आधारित इथेनॉल प्लांट से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
प्रधानमंत्री ने बांस आधारित इथेनॉल प्लांट का भी उद्घाटन किया, जिसका उद्देश्य स्थानीय किसानों और आदिवासी समुदायों को लाभ पहुँचाना है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के समय बांस काटने पर जेल होती थी। हमने वह प्रतिबंध हटाया। आज बांस से रोजगार और आय दोनों बढ़ रही है। यह प्लांट सालाना 200 करोड़ रुपये स्थानीय अर्थव्यवस्था में लाएगा।”
असम के लोगों का आभार व्यक्त
प्रधानमंत्री मोदी ने असम के लोगों का समर्थन के लिए आभार जताते हुए कहा कि असम मेरे दिल में विशेष स्थान रखता है। आज का दिन विकसित असम और विकसित भारत की दिशा में एक नया कदम है।