नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बुनियादी ढांचा और निवेश’ को लेकर आयोजित एक वेबिनार को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि इस साल का बजट इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर को नई ग्रोथ एनर्जी देगा. उन्होंने कहा कि देश के विकास की प्रक्रिया में इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करना हमेशा एक महत्वपूर्ण स्तम्भ रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस साल का बजट इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की ग्रोथ को नई ऊर्जा देने वाला है. दुनिया के बड़े-बड़े एक्सपर्ट्स और कई प्रतिष्ठित मीडिया हाउसेस ने भारत के बजट और उसके रणनीतिक निर्णयों की तारीफ की है. नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइप लाइन के तहत सरकार आने वाले समय में 110 लाख करोड़ रुपय निवेश करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. ये समय प्रत्येक स्टेक होल्डर के लिए नए दायित्व, नई संभावनाओं और साहसपूर्ण निर्णयों का है.
इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश में पहले की सरकारों को क्यों होती थी दिक्कत? PM मोदी ने बताया
पीएम मोदी ने कहा कि दुर्भाग्य से आजादी के बाद आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर उतना बल नहीं दिया गया, जितना दिया जाना चाहिए था. अपनी सरकार के कार्यों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे यहां दशकों तक एक सोच हावी रही कि गरीबी एक मनोभाव है. इसी सोच की वजह से देश के इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश करने में पहले की सरकारों को दिक्कत होती थी. हमारी सरकार ने इस सोच से देश को बाहर निकाला है और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर रिकॉर्ड निवेश कर रही है. उन्होंने कहा कि 2014 से पहले हर साल 600 रूट किलोमीटर रेल लाइन का इलेक्ट्रिफिकेशन होता था. आज ये लगभग 4000 रूट किलोमीटर तक पहुंच रहा है. एयरपोर्ट की संख्या 2014 की तुलना में 74 से बढ़कर 150 के करीब पहुंच चुकी है.
इंफ्रास्ट्रक्चर पर हो रहा है रिकॉर्ड निवेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण को देश की अर्थव्यवस्था का प्रेरक शक्ति मानते हैं. इसी रास्ते पर चलते हुए भारत 2047 तक विकसित होने के लक्ष्य को प्राप्त करेगा. उन्होंने कहा कि गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान, भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर का, भारत के मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स का कायाकल्प करने जा रहा है. ये अर्थव्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग को और विकास को एकीकृत करने का बहुत बड़ा माध्यम है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर जितना मजबूत होगा उतना ही प्रतिभाशाली और कुशल युवा काम करने के लिए आगे आ पाएंगे. इसलिए कौशल ही विकास, परियोजना प्रबंधन, वित्त कौशल पर जो दिया जाना बहुत आवश्यक है.