नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के गांधीनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला और स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब भारत आतंकवाद को ‘छद्म युद्ध’ नहीं मानता, बल्कि यह पाकिस्तान की सुनियोजित युद्ध रणनीति है। उन्होंने कहा कि भारत अब उसी के अनुसार जवाब देगा।
मोदी बोले- आतंक अब “छद्म युद्ध” नहीं रहा
पीएम मोदी ने कहा कि 6 मई के बाद मारे गए आतंकियों को पाकिस्तान ने राजकीय सम्मान दिया। उनके शवों पर पाकिस्तानी झंडे लहराए गए, सलामी दी गई। इससे साफ है कि यह कोई छद्म युद्ध नहीं, बल्कि एक सरकारी युद्ध रणनीति है। पाकिस्तान सीधे युद्ध छेड़ रहा है और भारत अब इसे उसी रूप में देखेगा।”
उन्होंने कहा कि भारत शांति चाहता है, दुनिया के कल्याण में योगदान देना चाहता है, लेकिन आतंक का जवाब अब उसी भाषा में दिया जाएगा जिसे दुश्मन समझता है।
अगर 1947 में सरदार पटेल की बात मानी होती.
प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर 1947 के इतिहास को भी उठाया। उन्होंने कहा कि अगर हमने 1947 में कश्मीर में घुसे मुजाहिदीनों को वहीं मार गिराया होता, अगर सरदार पटेल की बात मानी होती, तो आज PoK (पाक अधिकृत कश्मीर) हमारी सीमा में होता। जो आज पहलगाम में हुआ, वह उसी अधूरे फैसले का परिणाम है।”
सिंधु जल संधि पर भी उठाए सवाल
प्रधानमंत्री ने भारत और पाकिस्तान के बीच 1960 में हुई Sindhu Water Treaty पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस संधि के कारण भारत को कश्मीर में बांधों से गाद (silt) निकालने की भी अनुमति नहीं दी गई। यह कैसी संधि थी जो हमारे ही संसाधनों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाती है? यह देश के साथ अन्याय था।
“केसर का सागर, देशभक्ति की गर्जना”
पीएम मोदी ने अपने गुजरात दौरे का जिक्र करते हुए बताया कि उन्होंने वडोदरा, दाहोद, भुज, अहमदाबाद और गांधीनगर में देशभक्ति का अद्भुत दृश्य देखा।हर जगह केसरिया सागर की गर्जना थी, लहराता तिरंगा था और दिलों में मातृभूमि के लिए अपार प्रेम था। यह दृश्य अविस्मरणीय था।”
भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत की आर्थिक उपलब्धियों का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि 2014 में जब उन्होंने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, तब भारत 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। आज भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। हमने जापान को पीछे छोड़ा है और UK को भी, जिसने हम पर 250 साल तक शासन किया।
₹5,536 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन
इस मौके पर पीएम मोदी ने 5,536 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें बुनियादी ढांचे, शहरी विकास, जल संसाधन और परिवहन से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण न केवल पाकिस्तान को चेतावनी देने वाला था, बल्कि भारत की आत्मनिर्भरता, ऐतिहासिक फैसलों और आर्थिक प्रगति की कहानी भी कहता है। उनका यह संदेश स्पष्ट था शांति चाहते हैं, पर युद्ध थोपोगे तो जवाब ज़रूर मिलेगा।
