नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नेपाल में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच वहांं की नई अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की को बधाई दी और नेपाल के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने नेपाल के युवाओं की भी सराहना की जो हिंसक GenZ विरोध प्रदर्शनों के बाद सड़कों की सफाई में जुटे और सकारात्मक परिवर्तन का संदेश दिया।
यह बयान उन्होंने मणिपुर के इम्फाल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान दिया, जहाँ उन्होंने ₹1200 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने नेपाल को भारत का “सबसे करीबी मित्र” बताते हुए साझा इतिहास, संस्कृति और विश्वास की गहराई पर भी जोर दिया।
सुशीला कार्की को दी बधाई, शांति और समृद्धि की कामना
पीएम मोदी ने कहा कि आज जब सुषिला जी नेपाल की अंतरिम सरकार की प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल रही हैं, तो मैं 1.4 अरब भारतीयों की ओर से उन्हें हार्दिक बधाई देता हूँ। मुझे विश्वास है कि वे नेपाल में शांति, स्थिरता और समृद्धि का रास्ता प्रशस्त करेंगी।
उन्होंने यह भी कहा कि नेपाल में जो घटनाएँ हुईं, उनमें एक बात विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है जिस पर अब तक बहुत लोगों ने ध्यान नहीं दिया।
भारत–नेपाल संबंध: इतिहास, विश्वास और संस्कृति की साझेदारी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और नेपाल एक-दूसरे के सबसे करीबी दोस्त हैं। साझा धार्मिक आस्थाएँ, सांस्कृतिक संबंध और ऐतिहासिक जुड़ाव दोनों देशों को जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि भारत, नेपाल के लोगों के साथ उनके संक्रमणकाल में मजबूती से खड़ा है।
नेपाल के युवाओं की सराहना: सड़कों की सफाई का अभियान
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से नेपाल के युवाओं की प्रशंसा की, जो कई दिनों तक विरोध प्रदर्शन के बाद सड़कों की सफाई में जुटे रहे। उन्होंने कहा कि पिछले दो-तीन दिनों से नेपाल के युवा अपने शहरों की सफाई और रंगाई-पुताई में जुटे हैं। उनकी सकारात्मक सोच, उनका यह काम न केवल प्रेरणादायक है बल्कि नेपाल में एक नए युग की शुरुआत का संकेत भी है। मैं नेपाल के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएँ देता हूँ।
उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों का भी ज़िक्र किया और इसे युवाओं के सकारात्मक प्रयासों का प्रतीक बताया।
सुशीला कार्की बनीं नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री
शुक्रवार रात, नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुषिला कarki ने नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। यह ऐतिहासिक कदम उस राजनीतिक अस्थिरता के बाद आया जब के पी शर्मा ओली की सरकार को सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के विरोध में देशव्यापी आंदोलन के बाद इस्तीफा देना पड़ा।
सुशीला कार्की को राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल, वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और युवाओं से बातचीत के बाद अंतरिम सरकार का नेतृत्व सौंपा गया। उसी रात राष्ट्रपति ने उनके सुझाव पर हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स को 12 सितंबर 2025 की रात 11 बजे से भंग कर दिया और मार्च 21, 2026 को नई संसदीय चुनाव की घोषणा की।
नेपाल में नया अध्याय
सुशीला कार्की का नेतृत्व, युवाओं की सकारात्मक भूमिका और भारत-नेपाल के मजबूत संबंध आने वाले समय में नेपाल के लिए नई संभावनाएं लेकर आएंगे। पीएम मोदी की शुभकामनाएं और समर्थन नेपाल के सामाजिक-राजनीतिक बदलाव में भारत की भूमिका को और स्पष्ट करते हैं।