नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के कटरा में एक सभा को संबोधित करते हुए Pahalgam terror attack को “इंसानियत और कश्मीरियत पर हमला” करार दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान द्वारा की गई इस बर्बर घटना का उद्देश्य भारत में सांप्रदायिक तनाव भड़काना और Kashmir tourism को नुकसान पहुंचाना था।
Vaishno Devi Railway Station से Katra-Srinagar Vande Bharat Express को हरी झंडी दिखाने के बाद पीएम मोदी ने कहा, “पाकिस्तान ने न केवल निर्दोष लोगों पर हमला किया, बल्कि कश्मीर की मेहनतकश जनता की आजीविका पर भी प्रहार किया। यह हमला भारत को अशांत करने की गहरी साजिश का हिस्सा था।
पीएम नें जम्मू-कश्मीर की जनता की सराहना की
प्रधानमंत्री ने इस दौरान जम्मू-कश्मीर की जनता की सराहना की, जिन्होंने इस मुश्किल समय में एकजुट होकर आतंकवाद को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा किइस बार जो एकता और ताकत देशवासियों ने दिखाई है, वह न केवल पाकिस्तान के लिए बल्कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के लिए भी स्पष्ट संदेश है।
मोदी ने यह भी याद दिलाया कि घाटी के युवाओं ने अब आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। “यह वही आतंक है जिसने कश्मीर में स्कूल जलाए, अस्पताल नष्ट किए और कई पीढ़ियों का भविष्य तबाह कर दिया। लेकिन आज का युवा आतंक को जवाब देना जानता है,” उन्होंने कहा।
Pahalgam Attack: घटना और उसके बाद की कार्रवाई
22 अप्रैल को, Pahalgam, Anantnag में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे। हमले की खास बात यह रही कि आतंकियों ने पुरुषों को चुनकर निशाना बनाया, जिनमें से कई अपनी पत्नियों के साथ यात्रा पर थे। इस जघन्य वारदात के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक और सैन्य तनाव चरम पर पहुंच गया।
India’s response में, 7 मई को Operation Sindoor के तहत भारत ने पाकिस्तान और Pakistan Occupied Kashmir (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक बमबारी की। इन हमलों में लगभग 100 आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। हमले भोर से पहले किए गए और इसमें fighter jets, armed drones, और precision missiles का इस्तेमाल किया गया।
इसके बाद, 9-10 मई की रात को भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 13 पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को टारगेट किया। चार दिन तक चले इस सैन्य संघर्ष के बाद, 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच एक अस्थायी समझौते के तहत संघर्ष विराम हुआ।