नई दिल्ली. प्रधानमंत्री Narendra Modi ने ब्रिटेन दौरे के दौरान आतंकवाद के मुद्दे पर एक बार फिर Pakistan को घेरा और कहा कि Terrorism के खिलाफ लड़ाई में “double standards” के लिए दुनिया में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। London में ब्रिटिश प्रधानमंत्री Keir Starmer के साथ साझा प्रेस स्टेटमेंट के दौरान उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कट्टरपंथी ताकतें लोकतांत्रिक मूल्यों का दुरुपयोग न कर सकें, इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सख्त रुख अपनाना जरूरी है।
PM Modi ने Pahalgam Terror Attack के बाद UK द्वारा दिए गए समर्थन के लिए धन्यवाद भी दिया और कहा कि भारत-UK सुरक्षा एजेंसियाँ economic offenders extradition जैसे विषयों पर आपसी सहयोग और समन्वय और तेज़ करेंगी।
पाकिस्तान की ‘बातचीत की पहल’ पर क्या बोले मोदी?
प्रधानमंत्री मोदी की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब Pakistan PM Shehbaz Sharif ने भारत से “Meaningful Dialogue” की पेशकश की है। शरीफ ने UK High Commissioner Jane Marriott से मुलाकात में कहा था कि इस्लामाबाद सभी लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए तैयार है। लेकिन भारत की ओर से साफ संकेत है कि cross-border terrorism के रहते किसी भी बातचीत की गुंजाइश नहीं बचती।
पहलगाम हमला: आतंक के बाद भारत का जवाब – Operation Sindoor
Jammu-Kashmir के Pahalgam में हुए आतंकवादी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। इसके बाद भारत ने Operation Sindoor लॉन्च किया, जिसमें पाकिस्तानी सीमा के अंदर कई terror camps को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया गया।
Indo-Pacific और Expansionism पर भी स्पष्ट रुख
मोदी ने Indo-Pacific Region की भौगोलिक अखंडता और संप्रभुता पर ज़ोर देते हुए China को भी अप्रत्यक्ष संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया “Vikasvaad (developmentalism)” की माँग करती है, “Vistarvaad (expansionism)” की नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और ब्रिटेन लगातार Ukraine crisis और Middle East tensions पर विचार साझा कर रहे हैं।