नई दिल्ली. एक अहम कूटनीतिक घटनाक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बताया कि उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात की और उन्हें “ऐतिहासिक गाजा शांति योजना” की सफलता पर बधाई दी। प्रधानमंत्री ने ट्रंप को अपना “मित्र” बताते हुए कहा कि यह पहल संघर्षग्रस्त क्षेत्र में शांति बहाल करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मोदी ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ताओं की समीक्षा की जा रही है, जो हाल ही में टैरिफ विवाद के कारण प्रभावित हुई थीं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा
“अपने मित्र राष्ट्रपति ट्रंप से बात की और उन्हें ऐतिहासिक गाजा शांति योजना की सफलता पर बधाई दी। साथ ही व्यापार वार्ताओं में हुई अच्छी प्रगति की समीक्षा भी की। आने वाले हफ्तों में लगातार संपर्क में रहने पर सहमति बनी।”
यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक महीने से भी कम समय में दूसरी फोन बातचीत थी। पहली बातचीत 17 सितंबर को हुई थी, जब ट्रंप ने पीएम मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के लिए कॉल किया था।
पीएम मोदी की यह पोस्ट उस समय आई, जब उन्होंने कुछ घंटे पहले ही ट्रंप द्वारा घोषित “गाजा शांति योजना” के पहले चरण — जिसमें इज़राइल और हमास के बीच समझौता हुआ है — का स्वागत किया था। प्रधानमंत्री ने इसे इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के मजबूत नेतृत्व का प्रमाण बताया।
पीएम मोदी ने नेतन्याहू से भी की बातचीत
प्रधानमंत्री मोदी ने इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से भी बात की और ट्रंप की गाजा शांति योजना के तहत हुई प्रगति पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने X पर लिखा —
“अपने मित्र प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की और राष्ट्रपति ट्रंप की गाजा शांति योजना के तहत हुई प्रगति पर उन्हें बधाई दी। हम बंधकों की रिहाई और गाजा के लोगों को दी जा रही मानवीय सहायता का स्वागत करते हैं। यह दोहराया कि दुनिया में कहीं भी, किसी भी रूप में आतंकवाद अस्वीकार्य है।”
गाजा में युद्धविराम और शांति की दिशा में बड़ा कदम
गुरुवार को ट्रंप ने घोषणा की कि इज़राइल और हमास के बीच अमेरिकी मध्यस्थता में शांति समझौते का पहला चरण तय हो गया है। इसके तहत गाजा में युद्धविराम लागू किया जाएगा और बंधकों व कैदियों की अदला-बदली की जाएगी। यह कदम फिलिस्तीनी क्षेत्र में युद्ध समाप्ति की दिशा में एक ऐतिहासिक मोड़ माना जा रहा है।
यह सफलता हमास के इज़राइल पर हमले की दूसरी बरसी के अगले ही दिन आई है। मिस्र में हुई गुप्त वार्ताओं ने ट्रंप की 20-सूत्रीय शांति योजना के प्रारंभिक ढांचे को अंतिम रूप देने में अहम भूमिका निभाई।
हमास छोड़ेगा सभी 20 जीवित बंधक
दुनियाभर के नेताओं ने गुरुवार को इस समझौते पर उम्मीद जताई और दोनों पक्षों से प्रतिबद्धताओं का पालन करने की अपील की। समझौते के तहत हमास आने वाले दिनों में सभी 20 जीवित बंधकों को रिहा करेगा, जिसके बदले फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा जाएगा, जबकि इज़राइली सेना गाजा के अधिकांश हिस्सों से पीछे हटेगी।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा —
“इसका मतलब है कि सभी बंधक बहुत जल्द रिहा होंगे और इज़राइल अपनी सेना को तय सीमा तक पीछे हटाएगा। यह एक मजबूत, टिकाऊ और स्थायी शांति की दिशा में पहला कदम है।”
इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भी सोशल मीडिया पर लिखा —
“ईश्वर की कृपा से हम अपने सभी नागरिकों को वापस घर लाएंगे।”