नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बुधवार को अपना 75वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। अपने लंबे कार्यकाल में उन्होंने कई ऐसी योजनाएं शुरू कीं जो समाज, अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य और पर्यावरण के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुई हैं। ये योजनाएँ न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए लाभकारी हैं बल्कि आने वाले समय में भारत की पहचान और विकास को नई दिशा देने वाली हैं। आइए जानते हैं PM मोदी की पाँच प्रमुख योजनाएं, जिन्होंने देश को नई राह दिखाई।
- स्वास्थ्य पर ध्यान – Ayushman Bharat, Obesity Awareness, Fit India Movement
इस साल 15 अगस्त को अपने संबोधन में पीएम मोदी ने देशवासियों को obesity awareness के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मोटापे को देश के लिए एक बड़ा संकट बताया और कहा कि यदि हम खानपान में छोटे बदलाव करें तो भविष्य को स्वस्थ और रोगमुक्त बनाया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से तेल के उपयोग को 10% तक कम करने की अपील की और परिवारों से इसे एक संकल्प की तरह अपनाने को कहा।
इसी संदर्भ में पीएम मोदी ने अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात (Mann Ki Baat)’ में देशभर के प्रसिद्ध हस्तियों जैसे Anand Mahindra, Manu Bhaker, Dinesh Lal Yadav (Nirahua), Nandan Nilekani, Mirabai Chanu, Sudha Murty आदि को कम तेल खाने का चैलेंज दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये 10 लोग 10-10 और लोगों को इस अभियान से जोड़ेंगे। यह पहल Fit India Movement और Wellness Programs को मजबूती देती है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री की स्वास्थ्य नीति की सबसे बड़ी उपलब्धि Ayushman Bharat Yojana है। वर्ष 2018 में शुरू की गई इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य कवर दिया जाता है। नेशनल हेल्थ अथॉरिटी की रिपोर्ट के अनुसार, अब तक 42 करोड़ से अधिक लोगों ने Ayushman Bharat कार्ड बनवाया है और 9.5 करोड़ से अधिक लोगों को अस्पतालों में इलाज मिल चुका है। यह योजना भारत की सबसे बड़ी health insurance schemes में से एक बन चुकी है।
- बेटियों के लिए समर्पण – Beti Bachao Beti Padhao, Gender Equality
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने गोद लिए गाँव जयापुर में नागरिकों से कहा था कि कन्या के जन्म का उत्सव मनाएँ। उन्होंने आग्रह किया कि बेटी के जन्म पर पाँच पेड़ लगाए जाएँ ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ बेटियों का सम्मान भी बढ़े। इसके बाद 22 जनवरी 2015 को हरियाणा के पानीपत से Beti Bachao Beti Padhao Yojana की शुरुआत की गई। इसका मुख्य उद्देश्य female foeticide को रोकना, gender equality बढ़ाना और बेटियों के प्रति समाज का नजरिया बदलना है।
इस योजना को Ministry of Women and Child Development, Ministry of Health and Family Welfare और Ministry of Education के सहयोग से चलाया जा रहा है। पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में ‘Selfie with Daughter’ campaign का ज़िक्र करते हुए हरियाणा के एक सरपंच की तारीफ की। उनका उद्देश्य था कि लोग बेटियों के साथ अपनी तस्वीरें साझा करें और इससे समाज में बेटियों के प्रति सम्मान का माहौल बने। आज यह अभियान न केवल भारत बल्कि दुनिया भर में लोकप्रिय हो चुका है।
- आत्मनिर्भर भारत की पहल – Vocal for Local, Atmanirbhar Bharat
भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पीएम मोदी ने Vocal for Local अभियान शुरू किया। इसका उद्देश्य है कि देश के नागरिक local products, made in India goods को प्राथमिकता दें ताकि घरेलू उद्योगों को बढ़ावा मिले। प्रधानमंत्री ने बार-बार इस अभियान का मंत्र दोहराते हुए कहा कि हमें अपने जरूरतों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।
इस पहल के अंतर्गत ‘One District One Product’ जैसी योजनाएँ चल रही हैं जिनमें प्रत्येक जिले की विशिष्ट उत्पादों को बढ़ावा दिया जाता है। दिवाली जैसे त्योहारों पर प्रधानमंत्री ने लोगों से स्वदेशी उत्पाद खरीदने और उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करने की अपील की। अगस्त महीने में आयोजित ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भी उन्होंने इस अभियान को दोहराया और युवाओं से जुड़ने का अनुरोध किया।
यह अभियान Make in India, Self-reliance, Local Manufacturing जैसे लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल स्थानीय कारीगरों को लाभ मिल रहा है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है।
- स्वच्छता अभियान – Swachh Bharat Mission, Clean India, Open Defecation Free
देश को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को Swachh Bharat Mission की शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य है भारत को open defecation free (ODF) बनाना, पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना। इसे महात्मा गांधी की स्वच्छता दृष्टि से प्रेरित होकर उनके जन्मदिन पर शुरू किया गया था।
प्रधानमंत्री ने स्वयं झाड़ू उठाकर सफाई अभियान की शुरुआत की और सभी नागरिकों से इसमें भाग लेने की अपील की। Ministry of Rural Development और Ministry of Urban Development ने मिलकर शौचालय निर्माण, कचरा प्रबंधन, जल संरक्षण और व्यवहार परिवर्तन जैसे पहलुओं पर काम किया। 2014 से 2024 तक 12 करोड़ से अधिक शौचालय बन चुके हैं और ग्रामीण स्वच्छता कवरेज 39% से बढ़कर लगभग 100% हो चुका है। भारत को 2019 में खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया। इससे diarrhea जैसे रोगों में कमी आई और महिलाओं को गरिमा और सुरक्षा मिली।
- पर्यावरण और समाज को जोड़ती पहल – Health, Environment and Community Development
पीएम मोदी की योजनाओं में स्वास्थ्य, पर्यावरण, समाज और अर्थव्यवस्था का समावेश देखने को मिलता है। मोटापे के खिलाफ जागरूकता अभियान, Ayushman Bharat health insurance, बेटियों के लिए gender equality programs, Vocal for Local के माध्यम से स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा और Swachh Bharat Mission से स्वच्छता अभियान – ये सभी योजनाएँ न केवल भारत के वर्तमान के लिए बल्कि भविष्य के लिए भी मजबूत आधार प्रदान करती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में शुरू हुई ये योजनाएँ भारत को healthy, self-reliant, eco-friendly और socially inclusive राष्ट्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। ये पहल केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं बल्कि नागरिकों की भागीदारी से चलने वाले अभियान हैं। चाहे स्वास्थ्य हो, बेटियों की शिक्षा, स्वदेशी उत्पादों का उपयोग, स्वच्छता या पर्यावरण संरक्षण – पीएम मोदी की योजनाएँ आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बन चुकी हैं।
