नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 जुलाई से दो दिवसीय United Kingdom Visit पर रवाना होंगे। यह दौरा ब्रिटेन के नव-निर्वाचित प्रधानमंत्री Keir Starmer के आमंत्रण पर हो रहा है। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ब्रिटेन के शीर्ष नेताओं के साथ कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे और India-UK Free Trade Agreement (FTA) को लेकर भी संभावनाएं तलाशी जाएंगी।
UK Trip: किंग चार्ल्स और कीर स्टारमर से होगी मुलाकात
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री मोदी 23 जुलाई को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ डेलीगेशन लेवल बातचीत करेंगे। इसके साथ ही उनकी King Charles III से भी शिष्टाचार मुलाकात निर्धारित है। यह 2014 में पीएम बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की चौथी UK यात्रा होगी।
मिस्री ने कहा कि प्रधानमंत्री व्यापार, निवेश, रक्षा सहयोग और वैश्विक जलवायु एजेंडा जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा करेंगे। इसके अलावा वह ब्रिटेन में बसे Indian Diaspora के प्रमुख प्रतिनिधियों से भी बातचीत करेंगे।”
India-UK Free Trade Agreement: क्या बन पाएगा सहमति का पुल?
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों देशों के बीच पिछले कुछ वर्षों से Free Trade Agreement को लेकर चर्चा चल रही है। 6 मई 2025 को दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच बातचीत में यह स्पष्ट किया गया था कि FTA Negotiations का प्रमुख हिस्सा पूरा हो चुका है। अब अंतिम समझौते की ओर बढ़ने के संकेत हैं।
यह समझौता दोनों देशों के बीच Trade Volume को कई गुना बढ़ा सकता है, जिससे Export-Import Balance बेहतर होगा और टेक, फार्मा, शिक्षा, और रक्षा जैसे क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।
Maldives Visit: मालदीव में आज़ादी के 60 साल पूरे, Modi होंगे मुख्य अतिथि
UK यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी Maldives Visit पर रवाना होंगे। यह यात्रा 25 से 26 जुलाई के बीच होगी और वह President Dr. Mohamed Muizzu के विशेष आमंत्रण पर जा रहे हैं। पीएम मोदी मालदीव की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ पर आयोजित मुख्य समारोह में Chief Guest के तौर पर शामिल होंगे।
विदेश सचिव ने बताया कि यह प्रधानमंत्री की मालदीव की तीसरी यात्रा होगी। नवंबर 2023 में डॉ. मुइज़्ज़ू के राष्ट्रपति बनने के बाद यह किसी भी राष्ट्र प्रमुख की पहली Official State Visit होगी। यह यात्रा भारत-मालदीव के रिश्तों को नई दिशा दे सकती है।”
भारत-मालदीव संबंध: रणनीतिक लिहाज़ से क्यों है अहम?
Maldives हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के लिए एक Strategic Partner माना जाता है। रक्षा सहयोग, आतंकवाद विरोधी रणनीतियां, Blue Economy और समुद्री सुरक्षा जैसे विषय दोनों देशों के बीच रिश्तों की नींव हैं। इस यात्रा में भारत की ओर से Infrastructure Development, Tourism Support, और Digital Health Services से जुड़े कई Memorandum of Understanding (MoUs) साइन किए जा सकते हैं।
कूटनीति, व्यापार और ग्लोबल लीडरशिप की दिशा में एक और कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह दो देशों की यात्रा भारत की Foreign Policy Vision 2025 की दिशा में एक बड़ा क़दम मानी जा रही है। एक तरफ जहां UK के साथ FTA Signing की उम्मीदें हैं, वहीं दूसरी ओर मालदीव की यात्रा से Neighbourhood First Policy को मजबूती मिलेगी।