नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने ‘शहरी नियोजन, विकास और स्वच्छता’ पर आयोजित वेबिनार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा शहरी विकास में शहरी नियोजन और शहरी शासन दोनों की बहुत बड़ी भूमिका है. उन्होंने कहा शहरों की खराब नियोजन या योजना बनने के बाद उसका सही इम्प्लिमेंट न होना हमारी विकास यात्रा के सामने बड़ी चुनौतियां पैदा कर सकता है.
’21वीं सदी में भारत की एक नई पहचान बनेंगे नए विकसित शहर’
वेबिनार में पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा जो नए शहर विकसित हो रहे हैं, वे 21वीं सदी में भारत की एक नई पहचान बनाएंगे. भारत के तेजी से शहरीकरण के साथ, भविष्य के बुनियादी ढांचे का निर्माण करना महत्वपूर्ण है.
हमारी सरकार ने हर बजट में शहरी विकास को बहुत महत्व दिया
पीएम ने आगे कहा भारत में शहरी विकास के दो प्रमुख पक्ष है-नए शहरों का विकास और पुराने शहरों में पुरानी व्यवस्थाओं का आधुनिकीकरण. इसी विजन को सामने रखते हुए हमारी सरकार ने हर बजट में शहरी विकास को बहुत महत्व दिया है. उन्होंने कहा इस बजट में शहरी नियोजन के मानकों के लिए 15000 करोड़ रुपए का इंसेंटिव तय किया है. इससे देश में योजना और व्यवस्थित शहरीकरण की नई शुरुआत होगी और इसे गति मिलेगी.
इन तीन सवालों पर करें फोकस- पीएम मोदी
- पीएम मोदी ने कहा की इस वेबिनार के अलग-अलग सत्र में आप 3 सवालों पर जरूर फोकस करें.
- पहला- राज्यों में अर्बन प्लानिंग इकोसिस्टम को कैसे मजबूत किया जाए.
- दूसरा- निजी सेक्टर में उपलब्ध विशेषज्ञता का शहरी नियोजन में कैसे सही इस्तेमाल हो.
तीसरा-ऐसे उत्कृष्टता केंद्र का कैसे विकास किया जाएं जो शहरी नियोजन को नए लेवल पर लेकर जाएं.
वेबिनार में बोले पीएम मोदी
मोदी ने कहा, आज भारत चक्रीय अर्थव्यवस्था को शहरी विकास का बड़ा आधार बना रहा है. हमारे देश में हर दिन हजारों टन नगरीय कचरा पैदा होता है. 2014 में देश में सिर्फ 14-15 फीसदी कचरे का प्रसंस्करण होता था, आज 75 फीसदी कचरे का प्रसंस्करण हो रहा है. उन्होंने कहा, अगर ये पहले हो गया होता तो हमारे शहरों के किनारे कूड़े के पहाड़ों से ना भरे होते.