नई दिल्ली. विदेश मंत्री S. Jaishankar ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता Rahul Gandhi पर बुधवार को परोक्ष हमला करते हुए उन्हें “नया चीन गुरु” करार दिया। जयशंकर ने राहुल पर तंज कसते हुए कहा कि जब देश डोकलाम संकट जैसी गंभीर स्थिति से जूझ रहा था, उस समय राहुल गांधी ने सरकार या विदेश मंत्रालय से बात करने के बजाय चीनी राजदूत से निजी ‘ट्यूशन’ लेना बेहतर समझा।
Doklam Standoff का जिक्र और कांग्रेस-चीन कनेक्शन
विदेश मंत्री ने 2017 के Doklam Standoff का उदाहरण देते हुए कहा कि राहुल गांधी ने उस समय चीनी राजदूत से मुलाकात कर सरकार की आधिकारिक स्थिति को दरकिनार किया। उन्होंने कहा, “जब हमारी सेना बॉर्डर पर तैनात थी, तब विपक्ष के नेता सरकार के बजाय चीनी राजदूत से जानकारी ले रहे थे।”
जयशंकर ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस का चीन के साथ गुप्त समझौतों का एक लंबा इतिहास रहा है, जो भारत की Sovereignty और Strategic Position को खतरे में डालता है। उन्होंने यह भी कहा कि 1962 के भारत-चीन युद्ध से लेकर अब तक कांग्रेस चीन के बढ़ते प्रभाव का प्रभावी ढंग से मुकाबला नहीं कर सकी है।
Rahul Gandhi का पलटवार: Trump के बयान पर तीखी टिप्पणी
वहीं राहुल गांधी ने US President Donald Trump की भारत-पाकिस्तान शांति वार्ता संबंधी टिप्पणी पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, “Trump यह सब इसलिए कह रहे हैं क्योंकि वो एक Trade Deal चाहते हैं।” राहुल ने संकेत दिया कि आने वाले समय में भारत को व्यापार वार्ताओं में भारी दबाव का सामना करना पड़ सकता है।
राहुल का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि भारत-पाकिस्तान के बीच किसी भी प्रकार के शांति संवाद में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है, इसके बावजूद ट्रंप ने फिर दावा किया कि उन्होंने दोनों देशों को करीब लाने में मदद की है।