सोलन. शहर का एकमात्र जिला सरकारी अस्पताल इन दिनों रामभरोसे चल रहा है. अस्पताल में मरीजों को न तो डॉक्टर मिल रहे हैं और न ही उनके टेस्ट हो रहे हैं. एक्सरे, अल्ट्रासाउंड और सीटी स्कैन करवाने के लिए मरीजों को निजी जगहों पर जाना पड़ रहा है. जिस कारण मरीजों को अपनी जेब ढ़ीली करनी पड़ रही है.
ऐसे में अस्पताल में आये रोगियो ने दुखी मन से अपना हाल बताते हुए कहा कि वह सुबह से इंतज़ार कर रहे है, लेकिन डॉक्टर कब आएँगे? यह जानकारी उन्हें नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में बैठने की कोई सुविधा तक नहीं है. इस लिए वह फर्श पर बैठ कर ही इंतजार में लगे हैं. उन्होंने कहा कि अगर भूले से डॉक्टर मिल भी जाए और वह कोई टेस्ट लिख दें तो, पता चलता है कि वह टेस्ट अस्पताल के होता ही नहीं है. जिसके चलते उन्हें बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
इसके बारे में अस्पताल के एक अधिकारी डॉ महेश गुप्ता से बातचीत की गई तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनके पास एमबीबीएस डॉक्टोरों की कमी है, जिसके चलते मरीजों को दिक्कत आ रही है.
सोलन जिला में एक मात्र क्षेत्रीय अस्पताल है, जिसमें हर रोज तीन जिलों के मरीज अपना इलाज करवाने पहुँचते हैं. परन्तु उन्हें ईलाज नहीं मिल पा रहा है.