हमीरपुर. जिला मुख्यालय डॉ. राधाकृष्णन राजकीय मेडिकल कॉलेज में एक तरफ तो मरीजों को रेफर करने का सिलसिला नहीं थम रहा है, दूसरी ओर उन्हें आए दिन परेशानियों से भी चार होना पड़ रहा है.
ऐसा ही एक मामला सामने आया है कि एक नवजात के पेट के बाहरी हिस्से में कोर्ड कलंप की जगह पट्टी लगा दी गई. लेकिन समय रहते डॉक्टर ने चेक कर लिया नहीं तो जान का खतरा पैदा हो सकता था. स्वास्थ्य नियमों के तहत जन्म के बाद बच्चों की नाड़ी में कोर्ड कलंप इस लिए लगाया जाता है ताकि वह समय पर सूख सके और ब्लीडिंग की समस्या के साथ-साथ बच्चों को इंफेक्शन से भी बचाया जा सके. लेकिन यहां नवजात को पट्टी बांध का काम चलाया गया.
दरअसल मरीजों को बंद ओपीडी से लेकर वार्डों और ऑपरेशन थियेटर तक रोजना समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है. लेकिन उस पर कोई हल नहीं निकाला जा रहा है. यहां स्पेशलिस्ट की कमी के कारण आए दिन मरीज रेफर किए जा रहे हैं. सर्जन विभाग के मेजर ऑपरेशन बंद पड़े हुए हैं. यही नहीं कुछ ओपीडी तो पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है.
दिए गए हैं दिशा-निर्देश
वहीं इस बारे में अस्पताल के एमएस डॉ. रमेश चौहान का कहना है कि नवजात का तुरंत ही उपचार किया गया था. वैसे बच्चे को मामूली सी ब्लीडिंग थी. सभी कर्मचारियों को कड़े दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं और किसी की कोताही सामने आएगी तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी.