नई दिल्ली. Rajya Sabha Nominated Members 2025: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80(1)(a) और खंड (3) के तहत अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए राज्यसभा के लिए चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों को मनोनीत किया है। ये नियुक्तियाँ उन सीटों को भरने के लिए की गई हैं, जो पूर्व मनोनीत सदस्यों की सेवानिवृत्ति के कारण खाली हुई थीं।
कौन हैं नए मनोनीत राज्यसभा सदस्य?
- उज्ज्वल देवराव निकम (Ujjwal Nikam) – हाई-प्रोफाइल केसों के चतुर वकील
विशेष लोक अभियोजक के रूप में 26/11 मुंबई आतंकी हमले में कसाब को फांसी दिलाने वाले 1993 मुंबई ब्लास्ट केस, गुलशन कुमार हत्याकांड जैसे कई बड़े मामलों में अहम भूमिका महाराष्ट्र सरकार के लिए अनेक गंभीर आपराधिक मामलों में पैरवी की - सी. सदानंदन मास्ते – Kerala के समाजसेवी और शिक्षाविद्
दशकों से शिक्षा और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में कार्यरत
Rural education, women empowerment, और community welfare में अहम योगदान
केरल में grassroots स्तर पर शिक्षा का प्रसार करने के लिए सराहे गए
- हर्षवर्धन श्रृंगला (Harsh Vardhan Shringla) – भारत के पूर्व विदेश सचिव
1984 बैच के IFS अधिकारी अमेरिका, बांग्लादेश और थाईलैंड में भारत के राजदूत रह चुके
Covid-19 crisis, Operation Ganga (Ukraine) और भारत की कूटनीति में प्रमुख भूमिका
- मीनाक्षी जैन – प्रसिद्ध इतिहासकार और शिक्षिका
भारतीय इतिहास पर आधारित कई महत्वपूर्ण पुस्तकें और शोध कार्य समाज और संस्कृति को लेकर उनके लेखन ने इतिहास को नवीन दृष्टिकोण दिया । भारतीय सभ्यता और परंपराओं पर आधारित विषयों में गहन अनुसंधान।
राज्यसभा में कैसे होते हैं मनोनीत सदस्य?
भारतीय संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति को अधिकार है कि वह राज्यसभा में 12 व्यक्तियों को मनोनीत कर सकते हैं, जिन्होंने कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा जैसे क्षेत्रों में विशेष ज्ञान या अनुभव प्राप्त किया हो। इन सदस्यों का किसी राजनीतिक दल से संबंध जरूरी नहीं होता, वे संसद में विशेषज्ञ राय और विविधता का प्रतिनिधित्व करते हैं इस समय राज्यसभा की 12 मनोनीत सीटों में से 4 खाली थीं, जिन्हें अब भर दिया गया है।