ऊना(चिंतपूर्णी). आननफानन में लोहारा के चन्नी देवी गांव में खोले गए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन क्या वोट बैंक की राजनीति के लिए किया गया था? यह सवाल इसलिए क्योंकि जिस दिन प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू हुई थी, ठीक उससे कुछ घंटे पहले ही इस केंद्र को आम जनता के लिए सर्मिपत किया गया था.
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के सहारे चल रहा है स्वास्थ्य केंद्र
विधायक कुलदीप कुमार ने सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन की कॉपी भी जारी की थी, जिसमें यह साफ था कि इस केंद्र के लिए तीन पद सृजित हो गए हैं, जिनमें एक मेडिकल अधिकारी, एक फार्मासिस्ट और एक चतुर्थ श्रेणी के पद हैं. अब दिलचस्प यह है कि लगभग दो महीने का समय बीतने को है, लेकिन यह पीएचसी सराय के सिर्फ एक कमरे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के सहारे चल रहा है.
कमरे में रखी चार कुर्सयिां हैं और कुछ दवाएं. वैसे भी एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कैसे मरीजों को दवा दे सकता है, ऐसे में कहीं न कहीं इस केन्द्र का लाभ स्थानीय लोग भी नहीं उठा पा रहे हैं.
यह स्थानीय विधायक द्वारा महज चुनावी फायदा उठाने के लिए एक राजनीतिक ड्रामा किया गया था. यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने से पहले न तो उसके लिए भवन का निर्माण किया गया और न ही इसके लिए स्टाफ की व्यवस्था की गई. पूर्व प्रधान चोआर, रजनी मनकोटिया आचार संहिता लगी होने के कारण यहां पदों पर स्टाफ की तैनाती नहीं हो पाई. आचार संहिता हटते ही केंद्र में स्टाफ नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.