कांगड़ा(इंदौरा). जम्मू-जालंधर राष्ट्रीय राजमार्ग पर मिलबा स्थित व्यास नदी पर बने पुल से मात्र कुछ ही दूरी पर पंजाब क्षेत्र में अवैध माइनिंग का गोरखधंधा अपने चरम पर है. जबकि पंजाब सरकार ने पूरे राज्य में माइनिंग पर रोक लगा रखी है. इसके बावजूद भी हिमाचल क्षेत्र से सटे पंजाब के अधीन कई क्षेत्रों में माइनिंग माफिया के हौसले दिनोंदिन बुलंद होते जा रहे हैं. अब हालात यह हैं कि माइनिंग माफिया सरेआम माइनिंग विभाग की आंखो में धूल झोंक कर अपनी चांदी काटने में लगे हुए हैं.
मीरथल से घरोटा मार्ग पर पुल के पास सरेआम माइनिंग
सरेआम चलते इस अवैध माइनिंग के गोरखधंधे से सहज अंदाजा लगता है कि खनन माफियाओं को किसी का डर नहीं है. अधिकतर अवैध माइनिंग वालों पर आज तक कोई बड़ी कार्रवाई होती नहीं दिखी है. मीरथल से घरोटा मार्ग पर पुल से कुछ ही दूरी पर सरेआम माइनिंग माफिया के बड़े हौसलों का प्रदर्शन देखने को मिला. बिना किसी खौफ के अवैध माइनिंग के लिए पोकलेन मशीनों का उपयोग किया जा रहा था.
मीडिया की शिकायत पर भागे माफिया
नदी में पानी कम होने का फायदा उठा कर नदी के बीचोबीच बड़ी पोकलेन मशीन द्वारा माइनिंग की जा रही थी. रविवार को मीडिया के लोगों ने इसे अपने कैमरे में कैद कर इसकी जानकारी पठानकोट माइनिंग विभाग को दी. इससे पहले कि विभाग का कोई अधिकारी या कर्मचारी मौके पर पहुंचता, अवैध रूप में माइनिंग करते लोगों में अफरातफरी मच गई. देखते ही देखते जो लोग माइनिंग में लगे थे वह सब लोग अपनी मशीनें, टिप्पर वगैरह दौड़ा कर वहां से फरार हो गए. इस संबंध में माइनिंग विभाग के जीएम सुभाष चंद्र से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह कहीं बाहर हैं. उन्होंने कहा कि वह अवैध माइनिंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे.