नई दिल्ली. कांग्रेस नेता Rahul Gandhi ने महाराष्ट्र में बढ़ती farmers suicide की घटनाओं को लेकर केंद्र की Modi Government पर जोरदार निशाना साधा है। राहुल ने एक्स (पूर्व में Twitter) पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि बीते तीन महीनों में राज्य में 767 किसानों ने आत्महत्या कर ली है, लेकिन सरकार पूरी तरह खामोश बनी हुई है। उन्होंने दावा किया कि किसान दिन-ब-दिन loan burden यानी कर्ज के बोझ में डूबते जा रहे हैं और Minimum Support Price (MSP) की कानूनी गारंटी और farm loan waiver जैसी मांगों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है
राहुल ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा कि जब अमीरों का लोन होता है तो सरकार बिना सोचे समझे माफ कर देती है, लेकिन जब किसान debt relief मांगता है तो उसे अनसुना कर दिया जाता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “PM Modi ने कहा था कि किसान की आमदनी दोगुनी करेंगे, लेकिन आज हालत यह है कि उसकी जिंदगी ही आधी हो रही है।”
BJP का पलटवार, अमित मालवीय ने कांग्रेस सरकार को बताया जिम्मेदार
राहुल गांधी के आरोपों पर BJP IT Cell प्रमुख Amit Malviya ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने एक्स पर एक चार्ट साझा करते हुए लिखा कि जब महाराष्ट्र में Congress-NCP सरकार थी, तब 15 साल में 55,928 किसानों ने आत्महत्या की थी। उन्होंने इसे राहुल गांधी की hypocrisy in politics करार देते हुए कहा कि मृतकों की गिनती कर राजनीति करना निंदनीय है, लेकिन कांग्रेस को उसका इतिहास याद दिलाना जरूरी है।
महाराष्ट्र विधानसभा में भी गूंजा किसानों का मुद्दा
इससे पहले, Maharashtra Assembly में भी किसानों की आत्महत्या और soybean farmers को भुगतान न मिलने के मुद्दे पर विपक्ष ने दो बार वॉकआउट किया। Congress leader Vijay Wadettiwar ने सदन में कहा कि जनवरी से मार्च के बीच 767 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। इनमें से 200 मामलों को compensation के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया, जबकि 194 मामलों की जांच अभी लंबित है।
Farmer suicide crisis in India एक गंभीर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दा बन चुका है। Political blame game के बजाय यदि सभी दल मिलकर agriculture reforms, minimum support assurance, और farmer welfare schemes पर काम करें, तो यह संकट कम हो सकता है।