नई दिल्ली. इंडिगो द्वारा सैकड़ों घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें कैंसिल किए जाने के मामले पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह पूरा विवाद सरकार के “मोनोपॉली मॉडल” का नतीजा है। राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि देश में हर सेक्टर में “फेयर कॉम्पटिशन” होना चाहिए, न कि “मैच-फिक्सिंग मोनोपॉलीज़”।
राहुल गांधी ने लिखा कि इंडिगो फियास्को इस सरकार के Monopoly Model की कीमत है। एक बार फिर आम भारतीयों को देरी, रद्द उड़ानों और मजबूरी का सामना करना पड़ रहा है। भारत को हर सेक्टर में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा चाहिए, न कि मैच-फिक्सिंग मोनोपॉलीज़।
इंडिगो की 400 से ज्यादा उड़ानें रद्द
यह बयान ऐसे समय आया है जब देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo भारी संकट से गुजर रही है। शुक्रवार को ही 400 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि कई उड़ानें घंटों देरी से चलीं। दिल्ली IGI एयरपोर्ट पर ही 220 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं। बेंगलुरु के केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में 100 से अधिक फ्लाइट्स कैंसिल हुईं। हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 90 उड़ानें रद्द हुईं।
कर्मचारियों की कमी का हवाला, DGCA से मांगी राहत
इंडिगो ने इस अव्यवस्था के लिए केबिन क्रू की कमी और अन्य तकनीकी कारणों को जिम्मेदार ठहराया है। एयरलाइन ने माफी मांगते हुए DGCA (एविएशन रेगुलेटर) को स्थिति की जानकारी दी है और नए Flight Duty Time Limitations (FDTL) नियमों में अस्थायी छूट मांगी है।
DGCA ने कहा है कि वह एयरलाइन के अनुरोध की समीक्षा कर रहा है और स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है।
नागरिक उड्डयन मंत्री की सख्त चेतावनी
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने गुरुवार को इस मुद्दे पर उच्च-स्तरीय बैठक की और इंडिगो को जल्द स्थिति सामान्य करने का निर्देश दिया।
उन्होंने एक्स पर लिखा कि मैंने DGCA और मंत्रालय के अधिकारियों को नेटवर्क पर करीबी नजर रखने और इंडिगो को जल्द से जल्द ऑपरेशन सामान्य करने का निर्देश दिया है। इंडिगो ने उम्मीद जताई है कि स्थिति 10 फरवरी 2026 तक सामान्य हो जाएगी।
