नई दिल्ली. 18 सिंतबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने देश के Gen Z (2000 के दशक की शुरुआत में जन्मे युवा) से आह्वान किया कि वे संविधान की रक्षा करें और कथित “वोट चोरी” को रोकें। इस पर बीजेपी के निशिकांत दुबे ने कड़ा जवाब दिया और कहा कि नई पीढ़ी वंशवादी राजनीति के खिलाफ मजबूती से खड़ी है।
निशिकांत दुबे बनाम राहुल गांधी – Gen Z बयान पर विवाद
बीजेपी के साथ यह विवाद तब शुरू हुआ जब राहुल गांधी ने देश के छात्रों और Gen Z से लोकतंत्र की रक्षा करने का आग्रह किया। उन्होंने वादा किया कि वे कथित “वोट चोरी” के खिलाफ उनकी लड़ाई में हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि देश के युवा, देश के छात्र, देश का Gen Z संविधान बचाएगा, लोकतंत्र की रक्षा करेगा और वोट चोरी रोकेगा। मैं हमेशा उनके साथ खड़ा रहूंगा। गुरुवार को अपनी प्रेस वार्ता में राहुल गांधी ने कर्नाटक और महाराष्ट्र में केंद्रीकृत सॉफ़्टवेयर के ज़रिए अवैध वोट जोड़ने और हटाने का आरोप लगाया। हालांकि, निर्वाचन आयोग ने इन आरोपों को “बेबुनियाद” बताते हुए खारिज कर दिया।
भारत का Gen Z वंशवादी राजनीति के खिलाफ – दुबे का बयान
राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी ने कड़ा रुख अपनाया। सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि भारत का Gen Z वंशवादी राजनीति, भ्रष्टाचार और वैचारिक अस्पष्टता के खिलाफ है।
दुबे ने ट्वीट किया:
Gen Z वंशवादी राजनीति के खिलाफ है। नेहरू, इंदिरा, राजीव और सोनिया के बाद वे राहुल को क्यों सहेंगे? वे भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं – वे आपको क्यों बाहर नहीं करेंगे?
देश छोड़ने की चेतावनी – दुबे का राहुल गांधी को संदेश
दुबे ने X (पूर्व ट्विटर) पर राहुल गांधी को चेतावनी दी कि अगर Gen Z का गुस्सा भड़क गया तो कांग्रेस सांसद को देश छोड़ने की तैयारी करनी चाहिए। दुबे ने लिखा कि वे बांग्लादेश में इस्लामी राज्य और नेपाल में हिन्दू राज्य चाहते हैं। भारत को हिन्दू राष्ट्र क्यों नहीं बनाएँगे? देश छोड़ने की तैयारी शुरू करें – वे आ रहे हैं।
