जयपुर: राजस्थान में तीन दिवसीय किसान महोत्सव शुरू हुआ. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस अवसर पर 41 हजार 933 पशुपालकों के खाते में करीब 176 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की. सरकार ने प्रत्येक गौपालक के खाते में 40 हजार रुपये की राशि ट्रांसफर की है.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी वाले गायों की सेवा का प्रचार करते हैं, लेकिन हम सेवा करके दिखाते हैं. उन्होंने कहा कि गौवंश की सबसे ज्यादा रक्षा हमने की है. इसके साथ ही राजस्थान देश का ऐसा पहला राज्य बन गया है, जहां लम्पी रोग से हुई दुधारू पशुओं की मौत पर राज्य सरकार ने पशुपालकों को मुआवजा दिया है.
इस अवसर पर गहलोत ने कहा कि दुनिया के देशों में राइट टू सोशल सिक्योरिटी की बात हो रही है. इसी दिशा में हमने आज जिन पशुपालकों की गायों की मौत लंपी रोग की वजह से हुई, उन्हें राहत देने का फैसला किया. यह राहत मुझसे किसी किसान या पशुपालक ने नहीं मांगी,लेकिन हमने फैसला किया और राजस्थान देश का पहला राज्य बना है, जिसने लंपी रोग से पीड़ित गौपालकों को इस तरह की सहायता राशि दी है.
कितने पशुपालकों को मिला मुआवजा
मुख्यमंत्री गहलोत ने एक बटन दबाकर लम्पी रोग से हुई दुधारू पशुओं की मौत की मुआवजा राशि पशुपालकों के बैंक खाते में ट्रांसफर की. इस तरह से प्रदेश के 41 हजार 933 पशुपालकों के बैंक खातों में 176 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए.
लम्पी रोग के कारण 52,760 पशुपालकों के दुधारू पशुओं की अकाल मृत्यु हुई थी. सरकार ने अभी 41 हजार 933 पशुपालकों को मुआवजा दिया है. बाकी के पशुपालकों के बैंक अकाउंट के वेरिफिकेशन का काम चल रहा है. मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अगले एक सप्ताह में सभी पशुपालकों के खातों में मुआवजा राशि पहुंच जाएगी.