नई दिल्ली. रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने देहरादून में आयोजित National Security Conclave में अपने भाषण के दौरान भारत की सुरक्षा नीति, आतंकवाद के प्रति उसकी रणनीति और रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में हो रही प्रगति पर विस्तार से बात की। उन्होंने India vs Pakistan के अंतर को रेखांकित करते हुए कहा कि जहां भारत को “लोकतंत्र की जननी (Mother of Democracy)” माना जाता है, वहीं पाकिस्तान “Global Terrorism का स्रोत (source of terrorism)” बन गया है।
Operation Sindoor: भारत की सुरक्षा नीति में निर्णायक बदलाव
Rajnath Singh ने हाल ही में Pahalgam terrorist attack के जवाब में शुरू किए गए Operation Sindoor को आतंकवाद के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी और सटीक कार्रवाई बताया। उन्होंने इसे भारत की बदलती रणनीति का प्रमाण बताया, जिसमें अब सिर्फ रक्षा नहीं, बल्कि proactive हमला और निर्णायक जवाब शामिल हैं।
“आज का भारत आतंकवाद को सहन नहीं करता, उसे जड़ से उखाड़ने में यकीन रखता है।”
Jammu-Kashmir में विकास बनाम Pakistan की नाकाम साजिशें
धारा 370 के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए development projects का उल्लेख करते हुए रक्षा मंत्री ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से आतंकी गतिविधियों के जरिए इस विकास को रोकने की भरसक कोशिश की गई, लेकिन वह असफल रहा।
उन्होंने Udhampur-Srinagar-Baramulla railway line, tunnels और other infrastructure की बात की और कहा कि अब कश्मीर शांति और प्रगति की ओर बढ़ रहा है।
India vs Pakistan: लोकतंत्र बनाम आतंकवाद की लड़ाई
Rajnath Singh ने भारत और पाकिस्तान की post-independence journey की तुलना करते हुए कहा कि भारत ने लोकतंत्र और विकास को अपनाया, जबकि पाकिस्तान आतंकवाद के गढ़ में तब्दील हो गया।
“Pakistan को फंड देना यानी आतंकवाद को फंड करना है। Global community को अब तय करना होगा कि क्या वे दुनिया में शांति चाहते हैं या अस्थिरता।”
Defence Sector में आत्मनिर्भरता की उड़ान | Atmanirbhar Bharat in Defence
रक्षा मंत्री ने Make in India Defence initiative के तहत भारत की उपलब्धियों पर आंकड़ों के साथ जानकारी दी:
Defence Budget: ₹2.53 लाख करोड़ (2013-14) से बढ़कर ₹6.22 लाख करोड़ (2024-25) हो गया
Domestic Capital Procurement: 75% हिस्सा अब देश की कंपनियों को
Defence Production: ₹1.30 लाख करोड़ तक पहुंचा
Defence Export: ₹686 करोड़ (2014) → ₹23,622 करोड़ (2024)
Targets for FY2025: Export – ₹30,000 करोड़, Production – ₹1.75 लाख करोड़
यह आंकड़े भारत को Global Defence Exporter बनाने की दिशा में स्पष्ट संकेत हैं।
उत्तराखंड से जुड़ाव: Local Products को राष्ट्रीय मंच
Rajnath Singh को विदाई के समय मुख्यमंत्री Pushkar Singh Dhami ने Char Dham का प्रसाद और ‘Himalaya Ke Ghar’ नामक initiative के तहत millet-based local products भेंट किए। इससे local economy और indigenous उत्पादों को national recognition मिलने की दिशा में मजबूती मिलती है।
आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक भारत
अपने भाषण के अंत में रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा कर रहा है, बल्कि दुनिया में Global Peace & Security का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।