कांगड़ा(नूरपुर). भाजपा में चल रही उठापटक को उस समय विराम लग गया, जब नूरपुर भाजपा से टिकट ना मिलने की सूरत में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाले रणवीर सिंह निक्का ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के दबाब के कारण रणबीर सिंह निक्का ने भाजपा के राकेश पठानिया को हरसंभव मदद करने का एलान किया. बता दें कि रणवीर सिंह नूरपुर भाजपा के महामंत्री हैं और भाजपा की टिकट के प्रबल दावेदार थे लेकिन पार्टी ने दो बार विधायक रहे राकेश पठानिया पर भरोसा जताया और उन्हें पार्टी की ओर से मैदान में उतारा गया.
इससे क्षुब्ध होकर रणवीर सिंह ने कार्यकर्ताओं के साथ निर्दलीय मैदान में उतरने का ऐलान किया था लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें मना लिया है. अब उन्होने चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया है और राकेश पठानिया को जिताने के लिये हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है.
गिले-शिकवे दूर
बाकायदा प्रेस कांफ्रेस कर उन्होने कहा कि सभी गिले-शिकवे अब खत्म हो चुके हैं. वहीं भाजपा प्रत्याशी राकेश पठानिया ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि रणवीर सिंह निक्का और राकेश पठानिया एक हैं. राकेश पठानिया ने शीर्ष नेतृत्व का आभार जताया है.
जम्मू कश्मीर के वन एवं पर्यावरण मंत्री और जिला नूरपुर के चुनाव प्रभारी चौधरी लाल सिंह ने कहा कि इन दोनों के मिलाप से नूरपुर के लिये चुनावी जीत और भी सरल हो गयी है. उन्होने कहा कि दोनों दिग्गज मिलकर कर नूरपुर का नूर वापिस लाने में कामयाब होंगे.