सिरमौर(शिलाई). प्रदेश सरकार को लाखों रुपये की जमीन दान देने के बाद भी शिलाई ग्रामवासियों को गांव के रास्ते के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. बाजार से गांव जाने वाले सभी रास्ते बंद होते जा रहे हैं लेकिन शासन-प्रशासन इन समस्याओं से बेखबर है. इन दिनों आईटीआई भवन का कार्य प्रगति पर है. शिलाई गांव का रास्ता ठीक आईटीआई की जमीन के बीचोंबीच बना है. जिससे ग्रामीणों को जहां पहले 10 मिनट लगता था वहीं अब 3 किलोमीटर घूमकर जाना पड़ रहा है.
इल्म सबको है पर चिंता नहीं
बाजार से शिलाई जाने के लगभग सभी रास्तों पर निजी व सरकारी मकान बन चुके हैं. ऐसा नहीं की स्थानीय प्रशासन को इसका इल्म नहीं है लेकिन किसी को चिंता नहीं है. रास्तों पर अतिक्रमण इतना ज्यादा हो गया है कि इन रास्तों से पशुओं को तो दूर कि बात है अकेला आदमी भी नहीं चल सकता.
क्या कहते हैं आईटीआई के प्रिंसिपल
ग्राम पंचायात प्रधान देवेन्द्र धीमान ने बताया कि आईटीआई विभाग दोनों तरफ से रास्ता बनाने की बात कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर रास्ता नहीं बनाया गया तो गांव वाले कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे. उधर इस संबंध में आईटीआई शिलाई के प्रिंसिपल ने बताया कि प्राकलन मे आईटीआई जमीन के दोनों तरफ रास्तों का प्रावधान किया गया है.