शिमला: हिमाचल के लोक निर्माण विभाग को बरसात की वजह से हुआ नुकसान लगातार बढ़ रहा है. मौसम खुलने के साथ ही विभाग के आंकड़े अब बदलने लगे हैं. लोक निर्माण विभाग को अब तक हुआ नुकसान 600 करोड़ रुपए को पार कर गया है.
मंगलवार तक 618 करोड़ रुपए का नुकसान का अनुमान विभाग ने लगाया है. इस संबंध में रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी गई है. प्रदेश भर के 1318 सड़कें पूरी तरह से बाधित हैं. इन सडकों पर आवाजाही बहाल करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने 885 भारी मशीनों को तैनात किया है. इनमें करीब 700 जेसीबी हैं.
91 सरकारी जबकि 594 निजी जेसीबी सड़कों के सुधार में उतारी गई हैं. विभाग ने आगामी 24 घंटे में 602 सड़कें बहाल करने की बात कही है. जबकि अन्य सड़के 72 घंटे में बहाल कर दी जाएंगी. लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता अजय गुप्ता ने बताया कि नुकसान से जुड़ी पल-पल की अपडेट विभाग फील्ड के माध्यम से जुटा रहा है. पीडब्ल्यूडी ने आगामी 72 घंटे में यातायात को दोबारा शुरू करवाने का लक्ष्य तय किया है, लेकिन यह सब मौसम पर निर्भर करेगा.
लोक निर्माण विभाग में 188 करोड़ का प्रावधान
लोक निर्माण विभाग ने वित्तीय वर्ष की आगामी तिमाही के लिए बजट जारी कर दिया है. प्रदेश में 188 करोड़ चार लाख 13 हजार रुपए का प्रावधान किया गया है.
यहां हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
जलशक्ति विभाग को 350 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है. विभाग की कई बड़ी पेयजल योजनाएं बारिश की भेंट चढ़ गई हैं. सबसे ज्यादा नुकसान धर्मशाला, चंबा, कुल्लू, सुंदरनगर, शिमला और ऊना में हुआ है.
बिजली बोर्ड के 2500 ट्रांसफार्मर बंद
प्रदेश भर में बिजली बोर्ड के 2500 ट्रांसफार्मर बंद हैं. कई इलाकों में अंधेरा पसरा हुआ है. इन ट्रांसफार्मर को बहाल करने में बिजली बोर्ड ने पूरी टीम उतार दी है. बिजली बोर्ड को अब तक 92 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान है.
ऊना में 83 करोड़ से ज्यादा का नुकसान
जिला ऊना में बारिश से 83 करोड़ 72 लाख 65 हजार रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है. बारिश के चलते लोक निर्माण विभाग का 41,04,12000 रुपए का नुकसान हुआ है. जलशक्ति विभाग को भी 26,85,03000 रुपए का नुकसान हुआ है. विद्युत बोर्ड को भी 13,78,25,000 रुपए का नुकसान हुआ है. 76 गोशालाएं ढह गई हैं, जबकि 24 कच्चे मकान व आठ पक्के मकान पूरी तरह से ढह गए है. इसके अलावा 60 पक्के मकानों व 22 कच्चे मकानों को आंशिक नुकसान हुआ है.