नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि भारत लगभग 3,000 वर्ष पहले दुनिया का नेतृत्व करता था, लेकिन हमने किसी देश पर आक्रमण नहीं किया, न किसी का व्यापार दबाया, न किसी को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया। भागवत ने कहा कि भारत जहां भी गया, वहां सभ्यता, ज्ञान और शास्त्रों का आदान-प्रदान किया और मानव जीवन को बेहतर बनाया।
यह बयान भागवत ने प्रह्लाद पटेल की पुस्तक ‘नर्मदा परिक्रमा’ के लोकार्पण समारोह में दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि उस समय दुनिया में विवाद नहीं थे और तकनीकी प्रगति के बावजूद पर्यावरण भी खराब नहीं हुआ था।
मोहन भागवत ने भारत के इतिहास पर क्या कहा?
भागवत ने कहा कि हमने दुनिया का नेतृत्व किया। हमने किसी देश को नहीं जीता, किसी का व्यापार नहीं रोका, किसी को धर्म बदलने के लिए मजबूर नहीं किया। जहाँ भी गए, वहां सभ्यता दी, ज्ञान दिया, शास्त्र सीखे और जीवन को बेहतर बनाया। हर देश की अपनी पहचान थी, फिर भी सबके बीच अच्छा संवाद था, जो आज नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत श्रेष्ठ देश था। 3,000 वर्षों तक दुनिया में कोई बड़ा संघर्ष नहीं हुआ। तकनीकी प्रगति बहुत अधिक थी, लेकिन पर्यावरण खराब नहीं हुआ। मानव जीवन सुखी और संस्कारित था।
इस बयान का संदर्भ क्या है?
कुछ दिन पहले भागवत ने यह भी कहा था कि भारत की बढ़ती ताकत से डरकर अन्य देशों ने भारत पर टैरिफ लगाया। उन्होंने नागपुर में ब्रह्मकुमारीज विश्व शांति सरोवर के सातवें स्थापना दिवस समारोह में कहा कि वैश्विक शक्तियाँ भारत की बढ़ती शक्ति से चिंतित हैं।
भागवत ने कहा कि लोग डरते हैं कि अगर कोई और बड़ा हो गया तो उनका क्या होगा? भारत बड़ा होगा तो वे कहां रहेंगे? इसलिए उन्होंने टैरिफ लगा दिया। यह भारत की गलती नहीं, बल्कि उनकी आशंका है। वे उसे खुश कर रहे हैं जिसने सब कुछ कर दिखाया है, ताकि थोड़ा दबाव भारत पर बनाया जा सके।
भारत की वैश्विक भूमिका पर जोर
भागवत ने कहा कि भारत ने हमेशा दुनिया को ज्ञान दिया, संवाद बढ़ाया और सबको साथ लेकर चलने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत की ताकत से डरना स्वाभाविक है, लेकिन भारत का उद्देश्य सहयोग, संस्कृति और शांति फैलाना है।
मोहन भागवत का यह बयान भारत की सभ्यता, संस्कृति और शांति की परंपरा को उजागर करता है। साथ ही उन्होंने वैश्विक राजनीति में भारत की बढ़ती ताकत और उस पर अन्य देशों की आशंकाओं की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।