नई दिल्ली. आज जयपुर में आयोजित बीजेपी विधायक दल की बैठक में भारी हंगामा देखने को मिला। बैठक के दौरान वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री Kirodi Lal Meena controversy का केंद्र बने, जब उन्होंने भाजपा विधायक Jitendra Gothwal के साथ तीखी बहस की। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री Bhajan Lal Sharma ने की थी और यह राजस्थान विधानसभा में आयोजित की गई थी।
बैठक में सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (PHED) से जुड़े मुद्दों को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस, आरोप-प्रत्यारोप और गाली-गलौज तक की नौबत आ गई। अंततः मुख्यमंत्री Bhajan Lal Sharma को खुद बीच में आकर स्थिति संभालनी पड़ी।
आज की बैठक में क्या हुआ?
रिपोर्ट्स के अनुसार, यह बैठक मंगलवार सुबह 10 बजे विधानसभा परिसर में बुलाई गई थी। बैठक का मुख्य एजेंडा आगामी Dharm Swatantra Bill था, लेकिन चर्चा के दौरान अचानक विधायक Jitendra Gothwal ने सवाई माधोपुर जिले में कार्यरत एक PHED अधिकारी के खिलाफ शिकायत उठाई। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी अपना कार्य ठीक से नहीं कर रहा है और जनता की समस्याओं का समाधान नहीं कर रहा।
इस पर Kirodi Lal Meena ने शिकायत को “बकवास” कहकर खारिज कर दिया। इससे Jitendra Gothwal नाराज़ हो गए और बहस बढ़ गई। देखते ही देखते दोनों नेताओं के बीच तीखा संवाद शुरू हो गया, जो बाद में गाली-गलौज तक पहुँच गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री Bhajan Lal Sharma को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्होंने दोनों पक्षों को शांत कराया।
धर्म स्वतंत्र बिल पर केंद्रित बैठक
इस हंगामे के बावजूद बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी Dharm Swatantra Bill को विधानसभा में पेश करना था। मुख्यमंत्री Bhajan Lal Sharma आज इस बिल को विधायकों के सामने पेश करेंगे। यह बिल भाजपा के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह पार्टी के सांस्कृतिक और धार्मिक एजेंडे से जुड़ा हुआ है।
ध्यान देने वाली बात यह है कि यह बिल पहले विधानसभा के पिछले सत्र में पेश किया गया था, लेकिन अब इसमें अतिरिक्त प्रावधान जोड़कर पुनः पेश किया जा रहा है। इससे पहले भी भाजपा अपने धार्मिक एजेंडे को लेकर सक्रिय रही है और इस बिल के माध्यम से पार्टी राज्य में धार्मिक स्वतंत्रता से जुड़े मुद्दों को स्पष्ट करना चाहती है।
क्या कह रहे हैं राजनीतिक जानकार?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद न केवल भाजपा की अंदरूनी असहमति को उजागर करता है, बल्कि पार्टी की कार्यशैली और नेतृत्व पर भी सवाल उठाता है। Kirodi Lal Meena controversy के चलते यह स्पष्ट हुआ कि मंत्री स्तर पर मतभेद गहरे हैं। वहीं Jitendra Gothwal की शिकायत ने PHED जैसे विभागों में प्रशासनिक शिथिलता को भी उजागर किया है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस घटना से भाजपा की छवि पर असर पड़ सकता है, खासकर तब जब पार्टी आगामी चुनावों के लिए अपनी रणनीति तैयार कर रही हो।
आगे क्या होगा?
मुख्यमंत्री Bhajan Lal Sharma ने दोनों नेताओं से संयम बरतने की अपील की है और आश्वासन दिया है कि शिकायतों की जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही आगामी Dharm Swatantra Bill को पारित कराने के लिए पार्टी विधायकों को एकजुट करने का प्रयास करेगी।
बैठक के बाद विधानसभा में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और मीडिया की निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि कोई और विवाद न हो। पार्टी नेतृत्व इस पूरे प्रकरण को नियंत्रण में लेकर अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाना चाहता है।
Rajasthan BJP news में जयपुर में हुई यह घटना भाजपा की अंदरूनी राजनीति में उथल-पुथल को उजागर करती है। Kirodi Lal Meena controversy और Jitendra Gothwal के बीच विवाद ने संगठन में मौजूद मतभेदों को सामने ला दिया है। इसके साथ ही आगामी Dharm Swatantra Bill को लेकर पार्टी की रणनीति, प्रशासनिक कार्यशैली और राजनीतिक स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। अब देखना होगा कि मुख्यमंत्री Bhajan Lal Sharma इस विवाद को कितना शांत कर पाते हैं और पार्टी इसे कैसे संभालती है।