शिमला: हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम की आधिकारिक शुरुआत हो गई. मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने अपने गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन में इस कार्यक्रम के तहत मनसाई और सदोह में जन समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को समस्याओं का जल्द निपटारा करने के निर्देश दिए.
देश में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राज्य सरकार के इस कार्यक्रम को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. चुनाव से पहले जन-जन तक पहुंचाने के लिए सरकार का यह कार्यक्रम भविष्य में मदद करने वाला होगा.
लंबित परीक्षा परिणाम जल्द होंगे घोषित- CM सुक्खू
नादौन विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार विभिन्न सरकारी विभागों में 20 हजार भर्तियां करने जा रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि JOA-IT परीक्षा परिणाम जल्द ही घोषित किया जाएगा.
राज्य ने इस लड़ाई को सुप्रीम कोर्ट तक लड़ा और फैसला राज्य सरकार के हक में आया है. उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती में महिला आरक्षण को बढ़ाकर 30 प्रतिशत किया गया है. हिमाचल के युवाओं को सरकारी रोजगार प्रदान करने के साथ स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए भी उनकी सरकार काम कर रही है.
कई प्रोजेक्ट के शिलान्यास-लोकार्पण भी किए
मुख्यमंत्री सुक्खू ने नादौन के लिए तीन विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण भी किए. मुख्यमंत्री ने धनेटा में 7.60 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय स्नातक महाविद्यालय धनेटा के बी- ब्लॉक के भवन के साथ-साथ धनेटा में 2.29 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता समिति भवन की आधारशिला रखी.
उन्होंने 1.21 करोड़ रुपये की लागत से बने उठाऊ पेयजल परियोजना जनसमूह का लोकार्पण भी किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने धनेटा कॉलेज के लिए 25 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. इससे इलाके के युवाओं को लाभ मिलेगा. इसके साथ ही नादौन के खरीड़ी में इनडोर स्टेडियम बनाया जाएगा, जिसका जल्द ही शिलान्यास होगा.
 
								
 
         
         
         
        