मंडी (सरकाघाट) . माता नबाही देवी मंदिर में हुए भ्रष्टाचार को लेकर 27 अगस्त को ‘नबाही मंदिर बचाओ संघर्ष समिति’ भूख हड़ताल शुरु करेगी. समिति के अध्यक्ष ललित जमवाल ने एसडीएम (उप प्रभागीय न्यायाधीश) को सौंपे ज्ञापन में कहा कि मंदिर के सरकारीकरण के बाद सरकारी अधिकारियों ने चढ़ावे के पैसों का जमकर दुरूपयोग किया है. लाखों रुपए के घोटाले को अंजाम दिया गया है. इस सिलसिले में सीआईडी ने, 11 मार्च 2016 को तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की थी. लेकिन अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
पैसे कहां गये
सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 11 अगस्त 2014 को 81 लाख रूपये मंदिर के खाते में जमा थे. 17 अक्टूबर 2016 को मात्र 15 लाख ही खाते में बचे हैं. संघर्ष समिति का कहना है कि प्रशासन बताए कि साढे़ 65 लाख रूपये कहां खर्च किए गए जबकि पिछले 10 सालों में मंदिर के विकास में एक फूटी कौड़ी भी खर्च नहीं की गई है.
वहीं, ललित जमवाल ने कहा की सीआईडी द्वारा मंदिर अधिग्रहण के दौरान राजस्व अधिकारी तैनात किए गये. जिन्होने फर्ज़ी रसीद बुके छपवा कर किए गये लाखों के घोटाले पर मात्र 2 लाख 97 हजार के गबन का मामला दर्ज किया. जबकि संघर्ष समिति के पास 4 लाख 20 हज़ार की फ़र्ज़ी रसीदों की फोटो कॉपी मौजूद है. यही नहीं सरकाघाट प्रशासन ने विधानसभा में गलत जानकारी देकर जनता को गुमराह किया है. अधिकारियों ने विधानसभा में जानकारी दी हैं कि दिसंबर 2015 को मंदिर के खाते में साढ़े 36 लाख जमा है. जबकि उसी दिन बैंक में इतने रुपए जमा नहीं थे.
मागें नहीं मानी तो होगा अनशन
समिति 27 तारीख को 48 घंटे की भूख हड़ताल शुरू करेगी. यदि मांगे नहीं मानी गई तो मशाल यात्रा के बाद अनशन और जेल भरो आंदोलन भी शुरू किया जाएगा.