बिलासपुर. कुछ दिन पहले बिलासपुर के अस्पताल में तैनात फिजियोथेरेपिस्ट युवती डाक्टर ज्योति की रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई मौत को लेकर परिजनों समेत अन्य लोगों में गहरा रोष पनपा हुआ है। पुलिस द्वारा इस मामले में लीतापोती करने से उकताये लोगों नेउपायुक्त कार्यालय गेट पर एसएफआई छात्र संगठन के साथ आज धरना प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर कांग्रेस के पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया, कांग्रेस नेत्री उर्मिल ठाकुर, अनिल मनकोटिया भी मौजूद रहे। लोगों ने डीसी मदन चैहान से मिलकर हत्या का मामला दर्ज करने के लिए मांग की। मृतका के पिता ने कहा कि ज्योति ने आत्महत्या नहीं की है लेकिन पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज किया है। उन्होंने मांग करते हुए कहाकि पुलिस हत्या का केस दर्ज करके छानबीन करे और आरोपी को पकड़े। उन्होने कहा अभी तक इस मामले में फारेंसिंक रिपोर्ट भी नहीं आयी है और छान-बीन का काम भी नहीं हुआ है।
मृतका की बहन ने पुलिस पर आरोप लगाया कि आखिर किसके कहने पर उसकी बहन की आत्महत्या का मामला दर्ज किया है? कांग्रेस नेत्री उर्मिल ठाकुर ने कहा कि ज्योति की हत्या की घटना बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस को निष्पक्षता से जांच करनी चाहिए ।
वहीं एसएफआई संगठन के वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि ज्योति की बिलासपुर में हत्या हुई है लेकिन इसे आत्महत्या करार दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस कोताही बरत रही है. यह हत्या का मामला है जिसकी निष्पक्षता से जांच पडताल की जानी चाहिए।
गौरतलब है कि 30 वर्षीय डाक्टर ज्योति बिलासपुर के रोडा सेक्टर में किराए के मकान में रहती थी और पांच दिन पहले अपने कमरे में फंदे पर लटकी हुई मिली थी। अब इस मामले में परिजन भी आत्महत्या नहीं मान रहे है और इसकी जांच करवाने के लिए पुलिस से मांग कर रहे है।