मंडी(सरकाघाट). उपमंडल मुख्यालय पर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में कार्यरत अध्यापकों के लिए प्रदेश शिक्षा विभाग ने वर्ष 1962 में दो मंजिले भवन का निर्माण स्थानीय लोक-निर्माण विभाग के माध्यम से करवाया गया था. इसका निर्माण दोनों मंज़िलों तक तराशे हुए पत्थरों से हुआ था.
नब्बे हज़ार की लागत से बने उस वक़्त भवन में चार अध्यापकों के लिए आवासीय सुविधा प्रदान की गई थी और लगभग बीस वर्षों तक इस भवन में अध्यापकों का आवास रहा. लेकिन इसकी मरम्मत करने से लोकनिर्माण विभाग ने यह कह कर पल्ला झाड़ लिया कि भवन का निर्माण शिक्षा विभाग द्वारा फंड उपलब्ध करवाकर किया गया है और उनके विभाग के पास कोई बजट प्रावधान नहीं है.
हो सकती है अनहोनी
इस भवन कि हालत दिनो दिन बद से बदतर होती जा रही है. इसकी खिड़कियों एवं दरवाजों की सारी लकड़ी को दीमकों ने खा दिया है और मुख्य सड़क के निकट होने से कभी भी कोई भी अप्रिय घटना हो सकती है.
स्थानीय निवासियों नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष अश्वनी गुलेरिया, विनोद कुमार, नरेंदर कुमार, धनी राम , नानक चंद, लाल सिंह, रोशन लाल और ज्ञान चंद ने भी इस भवन को असुरक्षित घोषित कर गिरा देने का अनुरोध किया है. इस बारे जब स्थानीय पाठशाला के प्रधानाचार्य जय चंद आज़ाद से बात कि गई तो बताया कि भवन को शीघ्र ही गिरा दिया जाएगा.